अजमेर. आरएएस मुख्य परीक्षा 2018 के इंटरव्यू में सफल करवाने की एवज में 23 लाख रुपए लेते रंगे हाथों गिरफ्तार जूनियर अकाउंटेंट सज्जन गुर्जर की गिरफ्तारी के बाद एक और मामले में आरोपी नरेंद्र पोसवाल को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी टोल नाके का सुपरवाइजर है, लेकिन अपने आप को आयोग सदस्य राजकुमारी गुर्जर का पीए बताता है.
RPSC आयोग सदस्य राजकुमारी गुर्जर का कथित PA नरेंद्र पोसवाल चढ़ा ACB के हत्थे
आरएएस मुख्य परीक्षा 2018 के इंटरव्यू में सफल करवाने की एवज में 23 लाख रुपए लेते रंगे हाथों गिरफ्तार जूनियर अकाउंटेंट सज्जन गुर्जर की गिरफ्तारी के बाद एक और मामले में आरोपी नरेंद्र पोसवाल को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
राजस्थान लोक सेवा आयोग में भ्रष्टाचार की परत दर परत खुलती जा रही है. आयोग में पदस्थापित जूनियर अकाउंटेंट के बाद ACB ने आयोग सदस्य राजकुमारी गुर्जर के कथित पीए नरेंद्र पोसवाल को गिरफ्तार किया है. आरोपी का जूनियर अकाउंटेंट सज्जन सिंह और नरेश पोसवाल में साठ गांठ था.
बता दें कि आरोपी जूनियर अकाउंटेंट सज्जन सिंह ने सदस्य राजकुमारी गुर्जर के नाम से ही परिवादी से 23 लाख रुपए मांगे थे. यह रकम नरेंद्र पोसवाल के माध्यम से सदस्य राजकुमारी गुर्जर तक पहुंचनी थी. भ्रष्टाचार के इस मामले की कड़ियां आगे और जुड़ने की उम्मीद है. एसीबी मामले में ऊपर की कड़ियों को जोड़ने में लगी हुई है.
एसीबी एएसपी हिमांशु सिंह ने बताया कि आरोपी नरेंद्र पोसवाल सिकंदराबाद के समीप एक टोल नाके का सुपरवाइजर है. नरेंद्र पोसवाल और सज्जन गुर्जर सिकंदराबाद के समीप के ही रहने वाले हैं. जूनियर अकाउंटेंट आरोपी सज्जन सिंह से पूछताछ में सामने आया था कि परिवादी से ली गई रकम नरेंद्र पोसवाल के माध्यम से ही आगे पहुंच गई थी. एसीबी आयोग के जूनियर अकाउंटेंट आरोपी सज्जन सिंह गुर्जर और आयोग सदस्य राजकुमारी गुर्जर के कथित पीए नरेंद्र पोसवाल को 4:00 बजे तक अदालत में पेश करेगी.