अजमेर. नागौर जिले के मकराना उपखंड के गांव लाडोली में शुक्रवार को एक घर के बंद कमरे में रातभर गैस रिसाव होने के कारण सुबह लाइट जलाते ही धमाके के साथ आग लग गई. इस घटना में बंद कमरे में सो रहे दंपति सहित उनके तीन मासूम बच्चे बुरी तरह से झुलस गए. गनीमत रही कि बच्चों के चाचा ने कमरे का दरवाजा तोड़कर सभी को जलती आग से बाहर निकाला. जिसके बाद उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. जहां चिकित्सकों ने उनको प्राथमिक उपचार के बाद अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में रेफर कर दिया.
गांव लाडोली निवासी छगनाराम ने बताया कि उनके पड़ोसी विजेंद्र सिंह के मकान से सुबह 5 बजे चीख-पुकार की आवाज आई. जिसके बाद आसपास के लोग भागकर पड़ोसी के मकान में पहुंचे तो, विजेंद्र सिंह का छोटा भाई चेनाराम और उसकी बूढ़ी मां सायरी एक कमरे के दरवाजे को बाहर से धक्का देकर तोड़ने का प्रयास करते मिले. इसके अलावा कमरे से विजेंद्र और उसकी पत्नी मीरा सहित बच्चों की चीखें सुनाई दे रही थी.
ये पढ़ेंःSMS हॉस्पिटल ने रचा इतिहास, नई तकनीकी से कैंसर का इलाज कर महिला को दी नई जिंदगी
दरवाजा खुलते ही कमरे से विजेंद्र और उसकी पत्नी दौड़ती हुई बाहर निकली जबकि बच्चों को भी बाहर निकाल लिया गया. पड़ोसी छगनाराम ने बताया कि सभी झुलसे लोगों को तुरंत परबतसर के राजकीय अस्पताल में पहुंचाया गया.जहां चिकित्सकों ने उनको प्राथमिक उपचार के बाद अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में रेफर कर दिया.