जोधपुर/जयपुर. स्थानीय सांसद और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कृषि कानूनों पर कांग्रेस समेत विपक्ष दलों पर झूठ बोलकर किसानों को भ्रमित करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि यदि आज किसानों की इतनी चिंता हो रही है, तो यूपीए सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट का तकिया बनाकर क्यों सोती रही. शेखावत ने कहा कि कृषि कानून बनाकर नरेंद्र मोदी सरकार ने सही मायनों में किसानों को आजाद करने का काम किया है.
बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में शेखावत ने कहा कि बिल को बिना पढ़े हुए केवल विरोध करने के लिए विरोध करना और किसानों को उकसा करके आंदोलन के लिए प्रेरित करना, ये कांग्रेस और विपक्ष का बदनीयती भरा कदम है. झूठ बोलकर किसानों को भड़काना कि इससे न्यूनतम सर्मथन मूल्य (एमएसपी) की व्यवस्था समाप्त हो जाएगी. इस तरह का षड्यंत्र रचने का काम कांग्रेस पार्टी ने किया है.
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उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि स्वामीनाथन आयोग ने कहा था कि लागत के ऊपर 50 प्रतिशत लाभकारी मूल्य मिलना चाहिए, लेकिन कांग्रेस ने इसकी कभी बात नहीं की. ये प्रधानमंत्री मोदी का साहस, उनका 56 इंच का सीना, किसान के प्रति सद्भावना और मन में दर्द था कि उन्होंने किसान को उसका अधिकार दिया. प्रधानमंत्री ने 22 की 22 कॉमोडिटीज, जिनके ऊपर एमएसपी घोषित होता है, पर लाभकारी मूल्य 50 से लेकर 100 प्रतिशत देना सुनिश्चित किया है. इससे किसान को 42 प्रतिशत लाभ हुआ है. केवल मूल्य वृद्धि के कारण से 1.59 लाख करोड़ अतिरिक्त रुपए किसान के घर में गए हैं.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने नागरिकता संशोधन कानून पर भी भ्रम फैलाकर देश को बांटने की कोशिश की थी. तब उसने कहा था कि बूथ-बूथ तक इस बात को लेकर जाएंगे, लेकिन उसके बूथों की हालत क्या है, सब जानते हैं. शेखावत ने तंज कसा कि झूठ पैदा तो किया जा सकता है, लेकिन उसे दौड़ाया नहीं जा सकता. कांग्रेस CAA की तरह अब कृषि कानूनों पर किसानों में भ्रम फैलाने का काम कर रही है, लेकिन आज का युवा सब जानता है. राज्यसभा में क्या हुआ, सबने देखा है.
उन्होंने सवाल किया कि पंजाब सरकार ने 2017 में मंडियों को मुक्त करने का कानून पास किया था. कांग्रेस के घोषणा पत्र में कृषि कानूनों को लागू करने का वादा किया गया था, लेकिन अब वो केवल भ्रम फैला रही है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देशहित में दिन-रात काम करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को धूमिल करने का प्रयास हो रहा है.
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राजस्थान का जिक्र करते हुए शेखावत ने कहा कि राज्य में भाजपा सरकारें सदैव किसान हितैषी रही हैं. किसान के बेटे को व्यापारी हमने बनाया. जोधपुर जीरा मंडी ने हजार गुना ट्रेड वृद्धि की है. अब यहां के किसानों को गुजरात समेत दूसरी जगह फसल बेचने में दिक्कत नहीं होगी. शेखावत ने कहा कि कृषि कानून से केवल किसानों के लिए नहीं, बल्कि व्यापारी के लिए भी आकाश खुला है, क्योंकि जोधपुर की मंडी में बैठा व्यापारी चाहे तो गुंटूर के किसान से मिर्च, मेघालय से हल्दी तो मेरठ से गुड़ आराम से खरीद सकेगा. उसे भी बिचौलिए से मुक्ति मिली है.
शेखावत ने कहा कि अंग्रेजों की नीतियों के कारण देश में खाद्यान्न की कमी हो गई थी. ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, अर्जेंटिना जैसे देशों से हमें खाद्यान्न निर्यात करना पड़ा. तब कई कानून कॉमोडिटी को रेगूलेट करने के लिए बने थे, जिनमें अब बदलाव की जरूरत थी, क्योंकि पहले की सरकारों ने कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि मैं वैज्ञानिकों और अन्नदाताओं का अभिनंदन करना चाहता हूं, जिनके परिश्रम से देश न केवल फूड एफिशिएंट अपितु फूड सरप्लस नेशन बना है.
60 से ज्यादा सिंचाई योजनाएं पूरी...
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि स्वामीनाथन आयोग ने केवल एमएसपी की बात नहीं की है. उसने कम्प्लीट रिफॉर्म ऑफ एग्रीकल्चर की बात की है. सिंचाई, लैंड रिफॉर्म, वन मार्केट-वन नेशन, खेती के साथ पशुपालन आदि की बात की, जिस पर मोदी सरकार काम कर रही है. सिंचाई के 99 प्रोजेक्ट ऐसे थे, जो वर्षों से लंबित पड़े थे. आज 60 से ज्यादा प्रोजेक्ट या तो पूरे हो गए हैं या लगभग पूरे होने वाले हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने पर ड्रोप-मोर क्रॉप का नारा दिया है.
चिंता का विषय घटती जोत...
शेखावत ने कहा कि किसान की जोत लगातार घटती जा रही है. आज औसत देखें तो 80 प्रतिशत से ज्यादा किसानों की जोत 2 एकड़ से कम हो गई है. आने वाले 30 साल में ये चुनौती नहीं बने, इसके लिए अभी से कदम उठाने होंगे. इस दिशा में स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर मोदी सरकार काम कर रही है.