राजा मधुकर शाह की नगरी में बाल रूप में जन्मे रामलला, बधाई गीतों से गूंजा कंचना घाट
निवाड़ी। आध्यात्मिक, पौराणिक और धार्मिक नगरी ओरछा में चल रही अंतर्राष्ट्रीय रामलीला के दूसरे दिन गुरूवार को भगवान श्री गणेश की वंदना से लीला प्रारंभ हुई. उसके बाद भगवान श्रीराम के जन्म की लीला का मंचन किया गया. ऐतिहासिक कंचना घाट पर बने रामलीला मंच पर जैसे ही रामलला का जन्म हुआ तो पूरा परिसर बधाई गीतों से गूंज उठा. महाराजा मधुकर शाह और रानी कुंवर गणेश की नगरी में सैकडों दर्शक इस पल के साक्षी बने. 150 से अधिक देशों के रामलीला कलाकारों के मनमोहक अभिनय को देखकर दर्शक भी मंत्रमुग्ध हो गए. इस रामलीला का प्रसारण विश्व के 142 से ज्यादा देशों में चल रहा है.