पाकिस्तान से 22 साल बाद रिहा हुए प्रहलाद की कहानी, गांव में बीता बचपन याद, पाकिस्तान के सवाल पर सर झुका लेते हैं 'प्रहलाद'
सागर। 22 साल पहले घर से लापता होने के बाद पाकिस्तान की रावलपिंडी जेल में कैद प्रहलाद सिंह राजपूत की आज घर वापसी हो गई है. प्रहलाद जब सागर जिले के गौरझामर थाना के घोसीपट्टी गांव से गायब हुए थे, तब वह मानसिक रूप से विक्षिप्त थे. उनकी उम्र 33 साल थी और जब घर वापसी हुई तो वह 55 साल के हो चुके हैं. 22 साल बाद अपने गांव पहुंचे प्रहलाद को गांव की बहुत सी बातें याद हैं, लेकिन पाकिस्तान में बीते जीवन के बारे में सवाल करने पर प्रहलाद सर झुका लेते हैं. प्रहलाद कैसे सागर जिले के छोटे से गांव से पाक अधिकृत कश्मीर पहुंच गए? कैसे वह पाकिस्तानी फौज के हाथ चढ़ गए और कैसे पाक अधिकृत कश्मीर से रावलपिंडी जेल पहुंच गए? इस बारे में प्रहलाद को कुछ भी याद नहीं है. प्रहलाद को अगर याद है, तो वहां मिलने वाला खाना और यातना के नाम पर एक बार सर फोड़े जाने की घटना को आधा अधूरा बताते हैं. ईटीवी भारत ने प्रह्लाद राजपूत से उनके घर पहुंच कर खास बात की और जानने की कोशिश की कि घर से लापता होने के बाद पाकिस्तान पहुंचने तक और पाकिस्तान से रिहाई तक उनका जीवन कैसे बीता.