आधे अधूरे: 50 साल पुराना नाटक आज भी है प्रासंगिक - रविंद्र भवन भोपाल
1960 के दशक में लिखे गए नाटक "आधे-अधूरे" ने भारतीय शास्त्रीय रंगमंच के इतिहास में कल एक नया अध्याय जोड़ दिया. मोहन राकेश द्वारा लिखित और राजेश भदौरिया द्वारा निर्देशित नाटक का मंचन रविंद्र भवन भोपाल में हुआ. ये कहानी एक परिवार की है, जो विषम परिस्थितियों में जीता है. आर्थिक धरातल पर असफल पति कुंठाग्रस्त होकर पारिवारिक रिश्ते से भी कट जाता है. वहीं पत्नी इस भीषण परिस्थिति में परिवार का बोझ ढोते-ढोते टूट जाती है और इस बोझ से छुटकारा पाना चाहती है.
Last Updated : Feb 27, 2020, 8:07 AM IST