Sehore देवांचल धाम देवबड़ला का निखरेगा रूप, जल्द तैयार होगा पुराने स्वरूप का मंदिर
सीहोर। मां नेवज नदी के उद्गम स्थल व पुरातात्विक धरोहर देवांचल धाम देव बड़ला बिलपान में खुदाई के दौरान छिन्न-भिन्न अवस्था में मिले मंदिरों का पुरातत्व विभाग जीर्णोद्धार करा रहा है, 2016 से अब तक की खुदाई में पुरातत्व विभाग को 8 मंदिर मिल चुके हैं. मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री ओंकार सिंह भगतजी वा कुंवर विजेंद्र सिंह भाटी बताते हैं कि, "इन 8 मंदिरों में से पहला मंदिर शिव जी का बनकर तैयार हो गया है, इस मंदिर को पुरातन अधिकारी की सूझबूझ व मिस्त्री भुरा जाट भरतपुर राजस्थान की मेहनत से मंदिर को पुनः उसी स्वरूप में लौटा दिया है, जैसा पहले बना हुआ था. परमार काल में इसके बाद दूसरा मंदिर जो कि विष्णु जी का है, जिसका कार्य निरंतर चल रहा है. इस मंदिर को मिस्त्री सुनील गुर्जर करौली राजस्थान बना रहे हैं." भाटी से चर्चा करते हुए मिस्त्री सुनील बताते हैं कि, यह मंदिर आधा बन चुका है 2 स्टेप और लगने के बाद शिखर का आकार दिया जाएगा, जल्द ही मंदिर को उसके पुराने स्वरूप में देखने को मिलेगा." पुरातन अधिकारी जीपी सिंह चौहान बताते हैं कि, अभी तक मिले हुए सारे मंदिर काले पत्थर के हैं और सारे ही मंदिर परमार कालीन है. अभी और भी मंदिर निकलने की संभावना है खुदाई का काम जारी है.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:36 PM IST