मुरैना फर्जी एनकाउंटर: गुर्जर समाज ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, राजस्थान गुर्जर आंदोलन जैसी दी चेतावनी
मुरैना।26 सितंबर 2022 की रात को घर से अग्निवीर भर्ती परीक्षा की जानकारी के लिए आगरा गए युवक आकाश गुर्जर को रास्ते में यूपी पुलिस ने पकड़ लिया था, उसे खनन माफिया बताकर फर्जी एनकाउंटर किया गया. 48 दिन बाद 13 नवंबर 2022 को इलाज के दौरान आकाश गुर्जर की मौत हो गई. मृतक की मां ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. यूपी पुलिस द्वारा किए गए फर्जी एनकाउंटर के विरोध में शुक्रवार को राष्ट्रीय युवा गुर्जर स्वाभिमान संघर्ष समिति के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में गुर्जर समाज के लोग रैली निकाल कर कलेक्ट्रेट पहुंचे और यूपी पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई और मुआवजे की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ADM नरोत्तम भार्गव को ज्ञापन सौंपा. मुरैना विधायक राकेश मावई ने बताया कि ''यूपी का हाल तो बेहाल है, क्योंकि वहां के मुख्यमंत्री एक बाबा है, वो क्या जाने सत्ता चालाना. उनकी पुलिस ने फर्जी एनकाउंटर में मुरैना के युवक की जान ले ली. जिसको लेकर हमने प्रदेश के मुख्यमंत्री से आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किए जाने की मांग की है''.