विदिशा। सिरोंज में आज दोपहर नाका चौराहे पर बैलगाड़ी में एक तरफ बैल और दूसरी तरफ एक इंसान खींचता दिखा, जिसमें एक महिला बैठी थी, जो बीमार थी और उसे अस्पताल ले जाने के लिए उसका पति बैल की जगह बैलगाड़ी खींच रहा था.
पत्नी के लिए बैल बना मजदूर, 6 किमी तक बैलगाड़ी खींच पहुंचाया अस्पताल
पत्नी का इलाज कराने के लिए एक मजदूर बैल बनकर बैलगाड़ी खींचता हुआ 6 किमी सफर तय कर अस्पताल पहुंचा, तब जाकर उसकी पत्नी का इलाज हो सका, इलाज के खर्च के लिए उसने घर पर रखा अनाज भी बेच दिया, तब जाकर पत्नी का इलाज करा सका.
अकोदिया गांव निवासी एक मजदूर की पत्नी की तबीयत खराब हो गई, जिसके बाद उसको उपचार के लिए सिरोंज ले जाना था, कोई साधन नहीं था तो बैलगाड़ी से ले जाने की तैयारी की, पर बैल भी एक ही था, ऐसे में वह अपनी पत्नी को बैलगाड़ी पर बैठाया और दूसरे बैल की जगह खुद बैलगाड़ी खींचने लगा.
मजदूर ने बताया कि उसके पास एक ही बैल था, इसलिए बैलगाड़ी में एक तरफ बैल को बांधा और दूसरी तरफ से खुद बैलगाड़ी को खींचता हुआ 6 किलोमीटर चलकर अस्पताल पहुंचा. उसने बताया कि घर में रखे करीब 50 किलो गेहूं बेचकर पत्नी का उपचार कराने के लिए अस्पताल ले आया है.