विदिशा।जिले की खामखेड़ा चौकी में पदस्थ चौकी प्रभारी संजय सिंह चौहान और आरक्षक महेश कुमार पर रिश्वत लेने के आरोप लगे हैं. फरियादी उदय सिंह राजपूत ने ये आरोप लगाए हैं. फरियादी का कहना है कि उसका गांव के ही कुछ बदमाशों से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. बदमाश आए दिन परिवार के लोगों से मारपीट करते थे. मदद की गुहार लगाने पर चौकी प्रभारी और आरक्षक ने 8 हजार की रिश्वत मांगी थी, लेकिन सौदा 4 हजार रुपए में तय हो गया. इस दौरान रिश्वत के पैसे लेते वक्त भोपाल लोकायुक्त की टीम ने एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. बताया जा रहा है कि चौकी प्रभारी के कहने पर ही वह पैसे लेने आया था. मामले की जांत भी शुरू कर दी गई है.
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, विदिशा के सायर गांव के किसान उदय सिंह राजपूत दबंगों से परेशान था. गांव के ही कुछ बदमाश किसान और उसके परिवार वालों से मारपीट करते थे. लिहाजा फरियादी खामखेड़ा चौकी में अपनी रिपोर्ट दर्ज कराने आया. लेकिन यहां उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई. उल्टा एक डंडे पर फिंगरप्रिंट मिलने पर किसान के खिलाफ ही केस दर्ज कर लिया गया. आखिर में हताश होकर फरियादी उदय सिंह ने चौकी प्रभारी संजय सिंह चौहान से मदद की गुहार लगाई. बदले में चौकी प्रभारी ने 8 हजार की रिश्वत मांगी, लेकिन सौदा 4 हजार में तय हो गया.
फरियादी ने दो किस्तों में पैसे देने की बात कही. शुरुआत में उसने 2 हजार रुपए दे दिए. लेकिन इसके बाद भी उसकी समस्या हल नहीं हुई. लिहाजा किसान उदय सिंह ने चौकी प्रभारी के खिलाफ भोपाल लोकायुक्त से शिकायत कर दी. चौकी प्रभारी ने फरियादी को सोमवार को दूसरी किस्त देने के लिए बुलाया था. पेट्रोल पंप पर पदस्थ किसी बबलू नाम के व्यक्ति को बचे हुए दो हजार रुपए देने को बोले गए थे.