विदिशा। नगर पालिका बजट बैठक में उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया जब नगर पालिका अध्यक्ष ने विधायक प्रतिनिधि को बोलने से रोक दिया. जिसके बाद विधायक प्रतिनिधि भी आगबबूला होकर बैठक छोड़कर चले गए. जिसपर नगर पालिका अध्यक्ष ने कहा कि विधायक की मौजूदगी में विधायक प्रतिनिधि को बोलने का अधिकार ही नहीं है.
विदिशा: नगर पालिका की बजट बैठक में विधायक प्रतिनिधि को नहीं दी गई बोलने की अनुमति
विधायक प्रतिनिधि प्रदीप गुप्ता, विधायक शशांक भार्गव की जगह बोलने लगे. उस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष मुकेश टंडन ने उन्हें विधायक की गरिमा का हवाला देते हुए चुप करा दिया. नगरपालिका अध्यक्ष का प्रतिनिधि को चुप कराना उन्हें इतना नागवार गुजरा की वो बैठक छोड़कर चले गए.
दरअसल विदिशा नगर पालिका में बजट सत्र को लेकर बैठक चल रही थी, जिसमे शहर के विकास कार्यों पर चर्चा हो होना थी. बैठक में विधायक भी मौजूद थे. नगर पालिका बैठक में अचानक उस समय हंगामा हो गया जब विधायक प्रतिनिधि प्रदीप गुप्ता, विधायक शशांक भार्गव की जगह बोलने लगे. उस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष मुकेश टंडन ने उन्हें विधायक की गरिमा का हवाला देते हुए चुप करा दिया. नगरपालिका अध्यक्ष का प्रतिनिधि को चुप कराना उन्हें इतना नागवार गुजरा की वो बैठक छोड़कर चले गए.
घटना पर नगर पालिका अध्यक्ष मुकेश टंडन ने बताया विधायक की अनुपस्तिथि में विधायक प्रतिनिधि अपनी भूमिका अदा करता है. जब विधायक खुद मौजूद है तो प्रतिनिधि को बोलने का अधिकार नहीं है. यह विधयाक पद की गरिमा का सवाल है. चुंकि विधायक प्रतिनिधि बीना किसी निमंत्रण के वहां पहुंचे थे जिस कारण से विधायक इस वाक्ये के दौरान खामोश रहे.