विदिशा। इन दिनों विदिशा जिला मुख्यालय में प्रशासन का अतिक्रमण हटाओ का अभियान जोरों पर है. आरोप है कि इस अभियान में कुछ अतिक्रमणकारियों पर प्रशासन हाथ लगाने से भी परहेज कर रहा है. कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है शहर के ऐतिहासिक बाजार में जो कि पूरी तरह से अतिक्रमण की चपेट में है. अतिक्रमण की वजह से शहरवासियों को घंटो जाम से सामना करना पड़ता है. लेकिन प्रशासन की नजर इस ओर नही पहुंच पा रही है.
एक बार फिर गरीबों पर चला प्रशासन का डंडा, नजर आ रही प्रशासन की दोहरी नीति
विदिशा में अतिक्रमण हटाओ मुहिम के नाम पर एक बार फिर छोटे दुकानदारों पर ही सिर्फ प्रशासन कार्रावाई करता नजर आया.
जिला प्रशासन का यह अभियान कुछ दिन चलता है इसके बाद फिर ठप हो जाता है. अक्सर देखा जाता है कि प्रशासन का डंडा झोपड़ी में रहने वालों, हाथ ठेले लगाने वालों, गुमटी-खोमचे में रहने वालों पर सबसे पहले चलता है. दुकानों के बाहर लागए टीन, करकट, प्लास्टिक को हटवाया जाता है. नदी से अतिक्रमण के नाम पर कूड़ा-करकट निकालकर सेंकडो ट्रेक्टर चलाकर सरकारी पैसों की बर्बादी कर देती हैं लेकिन हालात ज्यों के त्यों रह जाते हैं.
जिला प्रशासन शहर में अतिक्रमण के नाम पर दोहरी नीति अपना रहा है. अतिक्रमण मुहिम के नाम पर विदिशा अहमदपुर चौराहे पर प्रशासन का अतिक्रमण का डंडा चला लेकिन सिर्फ छोटे दुकानदारों पर.