विदिशा। जिला मुख्यालय से करीब 120 किलोमीटर की दूरी पर बसा भूलनीपुर गांव लटेरी तहसील के अंतर्गत आता है, ये गांव पथरीली जमीन पर बसा है, गर्मी के दिनों में इस गांव में जलस्तर काफी नीचे पहुंच जाता है, जिसके चलते ग्रामीणों को अपनी प्यास बुझाने ने लिए मीलों का सफर तय करना पड़ता है, तब कहीं पानी का इंतजाम हो पाता है. पानी की कमी से परेशान एक परिवार ने गांव में बिना किसी की मदद के अकेले ही कुआं खोदना शुरु कर दिया, कुआं खोदते हुए करीब दो से तीन माह का वक्त बीत चुका है, लेकिन अभी तक कुएं में पानी नहीं आया है, फिर भी परिवार के लोगों को उम्मीद है की इस कुएं से पानी जरूर निकलेगा.
प्यास बुझाने के लिए महीनों से कुआं खोद रहा ये परिवार, अब भी है पानी का इंतजार
विदिशा जिले के भूलनीपुर गांव में कई सालों से पानी की समस्या थी, जिसे देखते हुए एक परिवार खरीब तीन महीने से कुआं खोद रहा है.
40 साल के जमना लाल अपने परिवार के 8 सदस्यों के साथ गांव में रहता है, जो खेती के सहारे गुजारा करता है, जमना के परिवार के साथ ही पूरा गांव पानी की कमी से जूझ रहा है, जिससे परेशान जमना ने अपने परिवार के साथ मिलकर कुआं खोदने का निर्णय लिया, लोगों ने मना किया कि पथरीली जमीन पर कुआं नहीं खुद पाएगा, यदि कुआं खोदा तो भी पानी नहीं निकल पाएगा, लेकिन जमना लाल के हौंसले के आगे किसी की नहीं चली.
पूरे परिवार के साथ मिलकर जमना ने बिना किसी मशीन की मदद के कुआं खोदना शुरू किया. कुएं के आसपास लकड़ियों की एक घिरी बनाई, जिस घिरी को परिवार घुमाने का काम करता है और जमना कुआं खोदने का काम करता है. जमना को इस कुएं को खोदने में करीब दो से तीन माह बीत गए हैं, जो आगे भी जारी है, जमना लाल का कहना है कि उसे पूरी उम्मीद है कि कुएं से पानी जरूर निकलेगा.