उज्जैन।इन दिनों शहर में चायना डोर से घायल होने की घटनाएं सामने आ रही हैं. इसी क्रम में एक बार फिर एक युवक का गला चायना डोर(पतंग के मांझे) से कट गया, राहत की बात है कि तुरंत ही इलाज मिलने से युवक की जान बच गई, हालांकि ये कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहल भी कई बार उज्जैन में कई लोग चायना डोर का शिकार हुए है.
चाइना डोर से घायल हुआ युवक:उज्जैन में आज फिर चाइना डोर से घयल हुआ, युवक मोइनुद्दीन (30वर्ष) निवासी जांसपुरा स्क्रैप व्यवसायी है जो कि गदा पुलिया से हरि फाटक ब्रिज से चढ़कर बेगमबाग क्षेत्र की तरफ जा रहा था. इसी दौरान बेगमबाग उतरते समय हरिफाटक ब्रिज पर ही अचानक चाइना डोर में उलझ गया और उसका गला कट गया. इसके बाद घायल युवक को राहगीरों व साथी दोस्तों ने निजी अस्पताल में भर्ती कराया. फिलहाल युवक का उपचार जारी है.
बच्ची हुई चाइना मांझे का शिकार बाल-बाल बची बच्ची की जान:उज्जैन शहर के थाना कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत कुछ दिन पहले 6 वर्षीय बच्ची पिता मोहम्मद गुलशेर के साथ स्कूल से लौट रही थी, इसी दौरान बाइक पर आगे की और बैठी बच्ची का गला चायना डोर में उलझ गया. इसके बाद पिता ने गाड़ी रोक चायना डोर को निकाला और बच्ची को जिला चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती करवाया. फिलहाल बच्ची स्वस्थ है, वहीं बच्ची के पिता ने आमजन से अपील की है कि'इस तरह से किसी की जान के साथ खिलवाड़ ना हो, इसलिए सभी अपना ध्यान रखें.'
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पहले भी हो चुके है चाइना डोर से हादसे:हाल ही में 13 दिसंबर को भी ऐसा ही एक हादसा शहर में हुआ था, जिसमें शहर के मालीपुरा निवासी शैलेंद्र परमार मित्र शुभम गहलोत के साथ चक्रतीर्थ गणेश मंदिर दर्शन कर मालीपुरा स्थित घर जा रहा था, उसी दौरान ढाबा रोड पर चाइना डोर शैलेन्द्र के गले में आ गई, जिससे गले में चोट आई थी. वहीं शुभम गहलोत का हाथ शैलेंद्र के गले से डोर निकालते वक्त कट गया था.