उज्जैन।उपचुनाव के नतीजों के एक दिन पहले नेता और मंत्री महाकाल की शरण में पहुंचे. सुबह से अभी तक 3 नेताओं ने महाकाल की शरण में आकर आशीर्वाद लिया. बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने मंदिर पहुंचकर महाकाल का आशीर्वाद लिया. इसके अलावा कृषि मंत्री कमल पटेल और बसपा विधायक संजू कुशवाह भी परिवार संग महाकाल की शरण में पहुंचे.
महाकाल की शरण में प्रभात झा मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले हर बार बीजेपी बाबा महाकाल के दरबार से अपनी रथ यात्रा की शुरुआत करती है. वहीं बीजेपी की तर्ज पर कांग्रेस ने भी जन जागरण यात्रा की शुरुआत उज्जैन से की थी. जिसके बाद मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन गई थी.
इसी के चलते डेढ़ साल तक कांग्रेस ने अपना राज किया और प्रदेश की सरकार चलाई. वहीं एक बार फिर शिवराज का जादू चला और जोड़-तोड़ से अपनी सरकार बनाई. अब प्रदेश में उपचुनाव होने के बाद उम्मीदवारों के भविष्य ईवीएम मशीन में बंद हैं. मंगलवार को जब ईवीएम मशीन खुलेगी तो उससे पता चलेगा कि जनता का मत किसके साथ था और किसकी सरकार बनेगी.
मतगणना से एक दिन पहले कृषी मंत्री कमल पटेल महाकाल के दरबार में दर्शन करने पहुंचे और उपचुनाव में जीत के लिए प्रार्थना की. इसी तरह प्रभात झा भी उज्जैन पहुंचे थे और उन्होंने बाबा महाकाल से अच्छी जीत के लिए प्रार्थना की है. झा ने प्रदेश की खुशहाली और उन्नति की प्रार्थना की और खुद के जीवन को भी सार्थक बनाने के लिए बाबा महाकाल से प्रार्थना की है.
उपचुनाव के परिणाम को लेकर प्रभात झा ने कहा कि जितनी भी सीटें आएंगी संतोष जनक होंगी. वहीं सिंधिया की नाराजगी को उन्होंने कहा कि वो अब हमारे नेता हैं और सबने उन्हें स्वीकार कर लिया है. वे नाराज नहीं हैं. पिछले दिनों स्कूल शिक्षा मंत्री द्वारा विधायकों के संपर्क में होने के बयान को लेकर भी प्रभात झा बचते नज़र आए. उन्होंने कहा कि कई वो शिक्षा मंत्री हैं, कई विधायक उनके संपर्क में आते हैं. एक जनप्रतिनिधि को खरीदने की ताकत किसी में नहीं है.
कंप्यूटर बाबा के अवैध निर्माण को तोड़ने के सवाल पर झा ने कहा कि बाबा, रुद्राक्ष और आश्रम की गरिमा हमेशा बनी रहनी चाहिए. बाबा को या तो पूरी तरह राजनीति में आ जाना चाहिए. अगर बाबा आश्रम और भगवान की आड़ में अवैध निर्माण करते हैं तो सरकार ने अवैध चीज़ों को तोड़ने की कोशिश की है.