उज्जैन।एकता और अखंडता के प्रतीक लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 145वीं जयंती के मौके पर उज्जैन पुलिस कंट्रोल रूम में SP सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने लौहपुरुष के चित्र पर माल्यापर्ण किया और फिर सभी पुलिस कर्मियों को शपथ दिलाई गई. इस मौके पर पुलिसकर्मियों को सरदार वल्लभ भाई पटेल के आदर्शों के बारे में भी बताया गया.
पुलिस कंट्रोल रूम में मनाया गया राष्ट्रीय एकता दिवस लौह पुरुष सरदारपटेल की जयंती देशभर में 'राष्ट्रीय एकता दिवस'के रूप में मनाई जाती है. इस मौके पर उज्जैन SP ने विभाग के साथ मिलकर सरदार पटेल की तस्वीर पर माल्यर्पण कर समस्त पुलिस विभाग के सभी कर्मचारियों को राष्ट्रीय एकता और अखंडता की शपथ दिलाई गई.
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कौन थे सरदार पटेल?
- सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नडियाद में हुआ था. लंदन जाकर उन्होंने बैरिस्टर की पढ़ाई की और वापस आकर अहमदाबाद में वकालत करने लगे.
- स्वतंत्रता आंदोलन में सरदार पटेल का पहला और बड़ा योगदान 1918 में खेड़ा संघर्ष में था. उन्होंने 1928 में हुए बारदोली सत्याग्रह में किसान आंदोलन का सफल नेतृत्त्व भी किया.
- लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल भारत के पहले उपप्रधानमंत्री और गृहमंत्री थे.
- स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देशी रियासतों का एकीकरण कर अखंड भारत के निर्माण में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है. उन्होंने 562 छोटी-बड़ी रियासतों का भारतीय संघ में विलीनीकरण करके भारतीय एकता का निर्माण किया.
- बारदोली की महिलाओं ने वल्लभभाई पटेल को 'सरदार' की उपाधि दी थी. उन्होंने भारत के लोगों से अपील की थी कि वह एक होकर रहें, जिससे श्रेष्ठ भारत का निर्माण हो सके.
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- महात्मा गांधी ने सरदार पटेल को लौह पुरुष की उपाधि दी थी.
- गुजरात में सरदार पटेल की याद में 182 फिट ऊंची स्टेचू ऑफ यूनिटी बनाई गई है.