उज्जैन। जिले के नागदा में बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति स्थापना को लेकर सुबह से भीम आर्मी ने धरना प्रदर्शन किया. प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद प्रदर्शनकारी परिवर्तन को लेकर राजी नहीं हो रहे थे. पूर्व विधायक दिलीप सिंह शेखावत, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अशोक मालवीय, सांसद प्रतिनिधि प्रकाश जैन ने आंदोलनकारियों से चर्चा कर नए स्थान के लिए राजी किया.
महापुरुषों की मूर्ति स्थापना को लेकर हुआ विवाद - प्रशासन ने महाराणा प्रताप की मूर्ति की स्थापित
नागदा में गणतंत्र दिवस पर देर रात प्रशासन ने नए बस स्टैंड बायपास चौराहे पर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की मूर्ति स्थापित कर दी. इसके बाद भीम आर्मी भी डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति भी लगवाने के लिए सुबह से ही मैदान में आ गई. भीम आर्मी ने नागदा पुराने बस स्टैंड पर प्रदर्शन एवं नारेबाजी कर बाबा साहेब की मूर्ति स्थापित करने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए. पूर्व विधायक दिलीप सिंह शेखावत, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अशोक मालवीय और सांसद प्रतिनिधि प्रकाश जैन की समझाइश पर भीम आर्मी ने धरना खत्म किया.
- नए स्थान पर राजी हुए आंदोलनकारी
गौरतलब है कि प्रशासन बाबा साहब की मूर्ति नगर पालिका भवन में स्थित उद्यान में लगाने की बात कह रहा था. जबकि भीम आर्मी बाबा साहेब के मूर्ति पुराने बस स्टैंड चौराहे पर लगाने के लिए अंडा था. अंततः दोपहर को भाजपा नेता सक्रिय हो गए और आंदोलनकारियों को अन्य स्थान के लिए राजी करने में सफल हुए. डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति स्थापना के लिए नया स्थान भी पुराने बस स्टैंड से लगे यात्री प्रतीक्षालय के समीप स्थित है. प्रशासन की मौजूदगी में बाबा साहेब के मूर्ति का भूमि पूजन का कार्य प्रारंभ किया.