उज्जैन। शहर में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा जिस तरह बेलगाम होता जा रहा है. वैसे ही संक्रमित मरीजों की मौत भी लगातार बढ़ रही है. रोजाना हर उम्र के संक्रमित मरीजों की मौत हो रही है. आज भी कुल चार मौतें देखने को मिली, जिसमें 45 वर्षीय पुलिसकर्मी ललित भावसार, 60 वर्षीय अमृत आनंद जी महाराज, विक्रम विश्वविद्यालय के कर्मचारी जितेंद्र श्रीवास, बीजेपी के पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेता शिवा कोटवानी के नाम शामिल है.
इधर संक्रमित की बढ़ती संख्या और अस्पताल में चल रही ऑक्सीजन की कमी के बीच बीती देर रात तेजनकर अस्पताल में उस समय हंगामा मच गया, जब कुछ देर की ऑक्सीजन का हवाला देकर अस्पताल प्रबंधक ने 40 आईसीयू के मरीजों के परिजनों को उन्हें अस्पताल से ले जाने के लिए कह दिया, जिसके बाद रात करीब 11 बजे अस्पताल में परिजनों की भीड़ लग गई. इसके बाद रात के समय ही कलेक्टर को इस बात से अवगत कराया गया, तब ऑक्सीजन की व्यवस्था हो पाई.
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संक्रमण ने शहर में पसारा पैर
शहर में संक्रमित मरीज लगातार बढ़ रहे हैं. अब बड़ी संख्या में मरीजों को सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में कई निजी और सरकारी अस्पताल मरीजों से भरे हुए हैं. कहीं भी बेड खाली नहीं है. आंकड़े बता रहे हैं कि संक्रमण बड़ी तेजी से अपने पैर पसार रहा है. बड़नगर, नागदा, खाचरोद, घटिया, तराना सहित अन्य जगहों पर संक्रमण का खतरा बढ़ता ही जा रहा है.
- 10 अप्रैल को 218 संक्रमित मिले
- 11 अप्रैल को 212 संक्रमित मिले
- 12 अप्रैल को 317 संक्रमित मिले
- 13 अप्रैल को 249 संक्रमित मिले
- 14 अप्रैल को 267 संक्रमित मिले
- 15 अप्रैल को 275 संक्रमित मिले
- 16 अप्रैल को 323 संक्रमित मिले
कुल सात दिनों में 2311 संक्रमित मरीज मिले हैं. वहीं मारने वालों की संख्या 125 है. ऐसे में इलाज के लिए अस्पताल कम पड़ रहे हैं. चरक भवन की छठी मंजिल पर नया कोविड-वार्ड शुरू हो गया है. महानंदा नगर क्षेत्र में संचालित बिड़ला अस्पताल में 50 बेड बढ़ाए जा रहे हैं. यहां भी मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जाएगा. साथ ही माधव नगर हॉस्पिटल में भी 40 बेड बढ़ाए जा रहे है.
पुलिसकर्मी सहित संत और विश्वविद्यालय कर्मी, बीजेपी के पूर्व विधायक की भी मौत
पुलिस विभाग की स्पेशल ब्रांच एसबी शाखा के प्रधान आरक्षक ललित भावसार की 45 साल में मौत हो गई. उनकी मौत कोरोना संक्रमण के चलते हुई. तबीयत बिगड़ने पर सांवेर रोड स्थित निजी अस्पताल में सात अप्रैल को उन्हों भर्ती कराया गया था. लगातार हालत बिगड़ती चली गई. कोरोना से जंग लड़ते-लड़ते उनकी मृत्यु हो गई. वहीं गार्ड ऑफ ऑनर देकर शाम को ही पीपीई किट में भावसार का अंतिम संस्कार किया गया.
उज्जैन के चार धाम मंदिर के संत अमृतनंद जी महाराज के कोरोना संक्रमित होने पर उन्हें सहर्ष हॉस्पिटल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था, लेकिन कोरोना महामारी से लड़ते-लड़ते उनकी मौत हो गई.
अमलतास मेडिकल कॉलेज में भर्ती कुलपति के बॉडीगार्ड के रूप में पदस्थ जितेंद्र श्रीवास का निधन हो गया. वह कोरोना से संक्रमित थे.
पूर्व विधायक शिवा कोटवानी का पिछले कई दिनों से कोडवानी के एक निजी चिकित्सालय में उपचार चल रहा था. वह भी कोरोना संक्रमित थे, लेकिन कोरोना बीमारी से लड़ते-लड़ते उनकी भी मौत हो गई. बता दें कि, शिवा कोटवानी लालकृष्ण आडवाणी के बेहद करीबी रहे हैं. उज्जैन में सिंधी समाज की ओर से नेतृत्व करते थे. कोटवानी दबंग नेताओं के साथ-साथ पार्टी में भी गहरी पैठ रखते थे. कोडवानी ने सन् 1993 से 1998 के बीच सेवाएं दी है.