उज्जैन। सावन के हर सोमवार को निकलने वाली बाबा महाकाल की सवारी आज सावन के पांचवे सोमवार पर निकली. मान्यता है कि बाबा महाकाल अपने भक्तों का हाल जानने के लिए शहर में भ्रमण पर निकलते हैं. पुलिस बैंड द्वारा भगवान महाकाल को सलामी दी जाती है. वहीं सशस्त्र बल की टुकड़ियां भी बाबा महाकाल को सलामी देती हैं और आगे-आगे घोड़ा सवार चलते हैं, पीछे भजन मंडली.
सावन के आखिरी सोमवार पर निकली बाबा महाकाल की सवारी, भक्तों ने किए ऑनलाइन दर्शन - उज्जैन न्यूज
सावन महीने के पांचवें और अंतिम सोमवार पर आज शाम 4 बजे उज्जैन में बाबा महाकाल की सवारी निकली. यहां पर महाकाल मंदिर के सामने सशस्त्र बल की टुकड़ियों ने राजा महाकाल को सलामी दी. जिसके बाद सवारी शिप्रा नदी पर रामघाट के लिए रवाना हुई. शिप्रा नदी के राम घाट पर पहुंच भगवान महाकाल ने अपने भक्तों को चंद्रमौलेश्वर और मन महेश के रूप में दर्शन दिए.
ढोल मजीरे के साथ मंडली महाकाल की पालकी के साथ में निकलती है. कोरोना वायरस के चलते इस बार भी सवारी परिवर्तन मार्ग से ही निकाली गई. हालांकि इसमें आम श्रद्धालुओं को प्रवेश प्रतिबंधित किया गया था और सवारी को देखने के लिए श्रद्धालुओं को शामिल होने की अनुमति नहीं थी.
हालांकि मंदिर समिति ने सवारी देखने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव व्यवस्था की थी. आज बाबा महाकाल ने अपने भक्तों को चंद्रमौलेश्वर अमन महेश के रूप में दर्शन दिए. आज सावन का अंतिम सोमवार है और राखी का पर्व भी एक ही दिन होने के चलते विशेष संयोग बना है.