उज्जैन। संभागयुक्त संदीप यादव ने मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा नॉन अटेनमेंट सिटी के रूप में चयनित उज्जैन जिले में वायु गुणवत्ता सुधार के संबंध में संभागीय समीक्षा बैठक ली. इसमें मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रीजनल मैनेजर ने बताया कि शहर में 4 स्थानों पर सप्ताह में 2 दिन राष्ट्रीय परिवेशीय वायु गुणवत्ता मापना कार्यक्रम किया जा रहा है, जिसमें नगर निगम, जिला उद्योग केंद्र, महाकाल मंदिर परिसर, क्षेत्रीय कार्यालय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भी शामिल है.
नॉन अटेनमेंट सिटी की वायु गुणवत्ता सुधार संबंधित बैठक आयोजित
संभागायुक्त ने नॉन अटेनमेंट सिटी की वायु गुणवत्ता सुधार संबंधित बैठक ली.
इसके अतिरिक्त महाकाल मंदिर परिसर में फैसिलिटी सेंटर भवन की छत पर वर्ष 2017 से ऑनलाइन कन्टीन्यूअस एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित किए गए हैं. मॉनिटरिंग परिणामों को महाकाल मंदिर परिसर में डिस्प्ले बोर्ड, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सहित मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भोपाल की वेबसाइट पर प्रसारित किया जा रहा है.
उज्जैन में प्रदूषणमापी यंत्र लगाए गए
बैठक में बताया गया कि मक्सी रोड, अवधपुरी और इंडस्ट्रीज इलाकों में भी वायु प्रदूषण मापी यंत्र लगाए गए हैं. यहां ज्यादा प्रदूषण होता है. बैठक में आयुक्त ने शहर के अन्य स्थानों पर भी वायु मापी यंत्र लगाए जाने के निर्देश दिए है.
इस दौरान यह भी बताया गया कि 2016 के बाद वायु प्रदूषण का स्तर उज्जैन जिले में घट रहा है. यह सब साफ-सफाई करने के प्रयास के कारण संभव हो पाया है. संभागायुक्त ने बिना सीएनजी गैस के चलने वाले वाहनों को विशेष तौर पर देखने और जांच करने के निर्देश दिए. उन्होंने पेट्रोल पंपों पर भी स्कोप मीटर रखकर प्रदूषण चेक करने के निर्देश दिए. संभागायुक्त ने कहा कि विभाग एक माह तक लगातार ठीक से चेकिंग करें.