टीकमगढ़। प्रशासन चाहे तो अच्छे से अच्छे दबंग घुटने टेक देते हैं और जनता की समस्याओं का तुरंत समाधान भी हो जाता है, लेकिन यहां पर प्रशासन खुद भू-माफियाओं को संरक्षण दे रहा है. नदहा ग्राम पंचायत के इमली टोला में रास्ता नहीं होने के कारण बरसात के दिनों में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
कई वर्षों से ग्रामीणों द्वारा यहां पर सड़क बनाने की मांग की जा रही है, लेकिन आज तक प्रशासन नहीं बनवा पाया. अगर यहां कोई बीमार होता है, तो एंबुलेंस नहीं आ पाती है.
16 महीने पहले कलेक्टर रवींद्र चौधरी ने उक्त कच्ची सड़क को बनवाने का आदेश दिया था, लेकिन खंड अधिकारियों की अनदेखी से आज तक सड़क का निर्माण नहीं हो सका. ग्रामीणों कह कहना है कि खंड प्रशासन दबंगों के आगे घुटने टेक कर बैठा है.
यह है पूरा मामला
मझौली तहसील अंतर्गत नदहा ग्राम पंचायत के इमली टोला में आजादी के बाद से आज तक ग्रामीणों को आने-जाने के लिए सड़क नसीब नहीं हो पाई है. नदहा दक्षिण टोला में प्राथमिक पाठशाला से लेकर इमली टोला तक 800 मीटर सड़क बनाए जाने की मांग है, जहां पर सिर्फ 2 मीटर भूस्वामी शंभूप्रसाद गुप्ता की जमीन फंसती है. आगे के लिए भू-माफियाओं ने जमीन शासन को दे दी है. नदी से लेकर इमली टोला तक मध्य प्रदेश शासन की पहले से जमीन है, लेकिन सरपंच के मना करने पर भूस्वामी उक्त गांव में कच्ची सड़क बनने के लिए जमीन देने को तैयार नहीं है, जबकि भूस्वामी द्वारा कई शासकीय जमीनों पर अवैध कब्जा किया गया है. इसके अलावा सरकारी जमीन में बंदोबस्त के दौरान फर्जी पट्टा बनवाकर बेच दिया गया है, लेकिन जांच के नाम पर प्रशासन खानापूर्ति कर रहा है. वहीं खंड प्रशासन ने भी भू-माफियाओं के सामने अपना घुटना टेक दिया है, जिसके कारण गांव का विकास रुका हुआ है.