टीकमगढ़। जिले में इस बार दीपावली पर मंदी की मार देखने को मिली, जिसके चलते दुकानदारों के चहरों पर मायूसी छाई रही. एक ओर जहां धनतेरस के दिन सर्राफा बाजार और वाहनों की बिक्री सहित बर्तन बाजार भी औंधे मुंह गिरा रहा, वहीं दीपावली के दिन पटाखा बाजार में भी सूनापन दिखा.
मंहगाई-अतिवृष्टि ने फीकी की दिवाली की रोशनी, सूने दिखे बाजार
मंहगाई और अतिवृष्टि की मार इस बार पटाखा मार्केट सहित अन्य बाजारों में देखने को मिली, जबकि धनतेरस के दिन भी बाजार की रौनक फीकी रही.
इस साल अतिवृष्टि के चलते क्षेत्र के किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं, जिसके चलते किसानों ने सिर्फ इस साल जरूरत का ही सामान खरीदा है. वहीं दुकानदारों का कहना है कि इस साल पटाखे 30 प्रतिशत तक मंहगे हुए हैं, जिसके चलते किसानों के साथ आम लोगों ने भी अपने हाथ खींच लिए.
कलेक्टर ने जिले में 160 दुकानदारों को आतिशबाजी के लाइसेंस दिए थे, सभी को रिहायसी इलाकों और बाजारों में पटाखा बेचना प्रतिबन्धित किया था. सभी को शहर से बाहर ढोंगा मैदान में दुकानें लगाने की अनुमति दी गई थी. दुकानदारों का कहना है कि इस बार सिर्फ 50 फीसदी बिक्री हुई है. महंगाई और अतिवृष्टि के चलते पटाखा मार्केट पर इसका असर देखने को मिला.