सीधी।पूरे प्रदेश के साथ सीधी जिले में भी कई इलाकों में अधिक बारिश से फसलें नष्ट हो गई हैं तो वहीं कई इलाकों में बारिश नहीं होने से पैदावार नहीं हुई है. ऐसे में सबसे ज्यादा परेशान किसान हो रहे हैं. जहां कई क्षेत्रों में अधिक बारिश होने से खेतों में जल भराव होने से पूरी फसलें चौपट हो गई हैं. जिसका सबसे बड़ा असर सब्जी की खेती करने वाले किसानों पर हुआ है, वहीं जहां बारिश नहीं हुई है, उनकी भी फसल पूरी तरह चौपट हो गई है. सब्जी की फसलें खराब होने से बाहर से सब्जियां मंगानी पड़ रही है, जिसके चलते सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं.
फसलें चौपट, सब्जियों के बढ़े दाम
कोरोना काल में लोग पहले से आर्थिक तंगी के शिकार हैं, इस साल अधिक बारिश होने के चलते किसानों की फसलें पूरी तरह चौपट हो गई हैं. ऐसे में उनके सामने एक बार फिर रोजी-रोटी का संकट देखने को मिल रहा है. सीधी के सिमरिया गांव के एक किसान का कहना है कि उनकी 60 बीघा फसल बारिश के कारण पूरी तरह नष्ट हो चुकी है. पटवारी के पास सर्वे के लिए गए तो बैंक का हवाला देकर बैंक भेज दिया और बैंक में जाने पर सर्वे करने वालों से बात करने को कहा जाता है.
बारिश नहीं होने से परेशान किसान
किसान दीप नारायण द्विवेदी का कहना है कि पीढ़ी दर पीढ़ी खेती के कारोबार से अपना घर चलाते आए हैं, लेकिन इस बार उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. उनके इलाके में बारिश नहीं होने के कारण सब्जी की पैदावार नहीं हो पाई है. उन्होंने कहा कि उसने जुलाई के महीने में ही गोभी, सेम, बरबटी और लौकी की खेती शुरू की थी. जिससे उन्हें उम्मीद थी कि सितंबर-अक्टूबर में जब सब्जी की फसल लहलहाएगी तो आर्थिक स्थिति सुधर जाएगी, लेकिन इसका उल्टा ही हो गया.