सीधी। अपराधियों ने कानून का खौफ नहीं रहा, राजस्व विभाग के अधिकारी इन दिनों खौफ़ज़दा हैं. सीधी में बुधवार को राजस्व का काम संभाल रहे तहसीलदार और नायब तहसीलदारों ने सैकड़ों की तादाद में जिले भर का काम बंद कर कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. इन अधिकारियों ने अनिश्चितकालीन आंदोलन की राह पकड़ ली है, जिससे जिले में किसानों के काम ठप पड़ गए हैं.
राजस्व अमले से मारपीट के मामलों का विरोध, तहसीलदार लामबंद - प्राणघातक हमले
सीधी में बुधवार को राजस्व का काम संभाल रहे तहसीलदार और नायब तहसीलदारों ने सैकड़ों की तादाद में जिले भर का काम बंद कर कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. इन अधिकारियों ने अनिश्चितकालीन आंदोलन की राह पकड़ ली है, जिससे जिले में किसानों के काम ठप पड़ गए हैं.
सीधी, सतना, कोतमा, अनूपपुर सहित प्रदेश के जिलों में लगातार घटनाएं सामने आई हैं, प्रशासन को ज्ञापन के माध्यम से अवगत करवाया गया था, जिसे लेकर अब राजस्व अमला संघ ने विचार कर लिया है कि सुरक्षा नहीं तो काम नहीं. जैसे हालात की वजह से आज से अनिश्चितकालीन आंदोलन और बहिष्कार तहसीलदारों द्वारा किया जा रहा है.
इस संबंध में सीधी तहसीलदार ने कहा कि तहसीलदारों का प्रदेश भर में चल रहा आंदोलन है. लेकिन अमला सुरक्षित नहीं है. अनेक जगहों पर ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी है, बावजूद इसके सरकार इनकी सुरक्षा के बारे में नहीं सोच रही है, जिससे राजस्व अमला दहशत में काम करने को मजबूर हैं.
अब राजस्व विभाग के तहसीलदार और नायब तहसीलदार डरे हुए हैं, जिससे आंदोलित होकर सुरक्षा की मांग कर रहे हैं. ऐसे में राजस्व के काम के लिए लोगों की बढ़ती परेशानियों को देखते हुए सरकार और प्रशासन क्या कदम उठाता है, यह देखना दिलचस्प होगा.