सीधी। अधिवक्ता संघ ने एक प्रेसवार्ता का आयोजन कर मारपीट के आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की. अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि पिछले साल भारत बंद के दौरान 10 अप्रैल 2018 को पुलिस और अधिवक्ताओं के बीच झड़प हुई थी. जिसमें पुलिस ने कोर्ट परिसर के अंदर घुसकर वकीलों और पक्षकारों के साथ मारपीट की थी, जिसमें कई लोग घायल भी हुए थे, लेकिन इसमें कोई कार्रवाई नहीं की गई थी. इस घटना को लेकर अधिवक्ता संघ ने दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है.
अधिवक्ता संघ ने की प्रेसवार्ता, डेढ़ साल पहले हुई पुलिसिया कार्रवाई को लेकर न्याय की मांग - demanding action on police brutality
सीधी जिले में अधिवक्ता संघ ने प्रेसवार्ता का आयोजन किया. संघ ने आरोप लगाया कि डेढ़ साल पहले भारत बंद के दौरान पुलिस ने न्यायालय परिसर में घुसकर वकीलों और पक्षकारों के साथ मारपीट की थी. वकीलों ने आरोपी पुलिसकर्मियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है.
सीधी अधिवक्ता संघ ने किया प्रेसवार्ता का आयोजन
अधिवक्ता संघ का कहना है कि उन्होंने घटना की शिकायत डीजीपी, आईजी, मुख्यमंत्री, राष्ट्रपति से लेकर न्यायाधीश तक की थी, लेकिन इस जांच में पुलिस अपने पक्ष को लेकर बचाव कर रही है. उन्होंने कहा कि इस मामले के डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी इसकी जांच अब तक पूरी नहीं हो पाई है और ना ही इस पर कोई कार्रवाई की गई है. इसलिए वे दोबारा कलेक्टर, डीआईजी और न्यायाधीश को शिकायत कर रहे हैं, ताकि जल्द से जल्द मामले में संलिप्त पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हो.
Last Updated : Dec 17, 2019, 10:36 AM IST