शिवपुरी। जिले में अतिवृष्टि से हुए नुकसान का मुआवजा देने सहित 17 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रीतम सिंह लोधी पिछले 14 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हैं. उन्होंने 5000 समर्थकों के साथ पीएमओ तक पदयात्रा करने की बात कही है. सोमवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान को चारों तरफ से घिरा हुआ मुख्यमंत्री बता दिया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कुछ लोगों ने हाईजैक कर लिया है. इसलिए वह स्वयं कोई निर्णय नहीं ले पा रहे हैं. दरअसल जब पीतम सिंह लोधी से पूछा गया कि आप इतने दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं इसके बाद भी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आपकी कोई सुध नहीं ली जिस पर उन्होंने यह बात कही.(Shivpuri Pritam Singh Lodhi Aamrnn Anshn)
Shivpuri Pritam Singh Lodhi: आमरण अनशन के बाद नहीं बनी बात, अब शिवपुरी से पीएमओ तक करेंगे पदयात्रा
आमरण अनशन पर बैठे प्रीतम सिंह लोधी (Shivpuri Pritam Singh Lodhi Aamrnn Anshn) अब एससी एसटी और ओबीसी और किसानों के हित की मांगों को लेकर पिछोर से प्रधानमंत्री निवास दिल्ली तक भूख हड़ताल पदयात्रा करेंगे. हालांकि उन्होंने कहा कि, प्रशासन द्वारा उनकी 11 मांगों को मान लिया गया है. 6 मांगों को लेकर उनका आंदोलन जारी रहेगा.(Pritam Singh Lodhi Dharna)
छोटे दलों को एकजुट कर लड़ेंगे लड़ाई:प्रीतम सिंह लोधी ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता लेने से इंकार करते हुए कहा कि, वह छोटे-छोटे दलों को एकजुट कर किसानों, एससी,एसटी और ओबीसी (SC ST and OBC) वर्ग के हितों की लड़ाई लड़ेंगे.उन्होंने कहा कि, वह अभी छोटे-छोटे दलों को एकजुट करने की मुहिम में जुटे हुए हैं. चुनाव लड़ने का फैसला उन्होंने जनता के ऊपर छोड़ दिया है. जनता जिस पार्टी से कहेगी उस से चुनाव लड़ेंगे.
Pritam Lodhi Target Brahmins प्रीतम लोधी के खिलाफ FIR दर्ज, वीडी शर्मा ने भोपाल तलब किया, ब्राह्मणों को लेकर कहे थे अपशब्द
अनशन पर नहीं दिखा समर्थकों का हुजूम:प्रीतम सिंह लोधी ने अगस्त में एक कार्यक्रम के दौरान ब्राह्मण समाज को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की थी. (Pritam Lodhi Target Brahmins) जिसके बाद भाजपा ने उन्हें पार्टी से निकालते हुए प्राथमिक सदस्यता छीन ली थी. ( Blamable statement on Brahmin) इसके बाद प्रीतम सिंह लोधी ने ओबीसी महासभा का दामन थामा और पूरे ग्वालियर चंबल अंचल में पिछड़ा वर्ग के साथ शक्ति प्रदर्शन किया.उनके प्रदर्शन में हजारों की संख्या में समर्थकों की भीड़ जुटी.लेकिन आमरण अनशन पर बैठने के बाद प्रीतम सिंह लोधी के साथ ना तो समर्थकों की भीड़ है और ना ही अधिकारियों द्वारा उन्हें ज्यादा तवज्जो दी गई.