शिवपुरी। जिले में निजी अस्पतालों की मनमानी के खिलाफ ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने कोरोना का इलाज कर रहे निजी अस्पतालों को आदेश जारी किया है. यह अपने अस्पताल में मरीजों का पूरा इलाज करें, स्थिति बिगड़ने के बाद मेडिकल में ना भेजे.
कलेक्टर ने जांच का दिया आदेश ऐसा ही एक मामला ईटीवी भारत ने प्रमुखता से उठाया था जहां शहर के कमला गंज निवासी नीलू चौहान की रास्ते में मौत हो गई थी और वो निजी अस्पताल में भर्ती थी इसके बाद अपने किए पर पर्दा डालने के लिए निजी अस्पताल में मेडिकल कॉलेज में रेफर किया था इसके बाद उनके तीन अनाथ बच्चों को निजी अस्पताल में 1 लाख का बिल थमा दिया था.
शिवपुरी कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह का आदेश
कलेक्टर द्वारा निजी अस्पतालों के लिए एक आदेश जारी किया गया है. आदेश में साफ कर दिया है कि निजी अस्पताल यह सुनिश्चित करें, कि कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए स्पष्ट निर्देश दिए जाते हैं कि आप अपने अस्पताल में जो भी को वेट के मरीज को भर्ती कर उपचार करा रहे हैं
उनका संपूर्ण इलाज किया जाए, क्योंकि यह देखने में आया है कि आप लोग उपचार के दौरान मरीज की हालत गंभीर होने पर चिकित्सा महाविद्यालय के अस्पताल भेज देते हैं जिससे मरीज की या तो रास्ते में या भर्ती होने के 12 घंटे के दौरान उनकी मृत्यु हो जाती है जो कि किसी भी पहलू पर उचित नहीं है जिससे जिले की मृत्यु दर भी बढ़ रही है.