शिवपुरी। जिला अस्पताल में एक कोरोना संदिग्ध की इलाज के दौरान मौत हो गई, मृतक को शनिवार शाम बेहोशी की हालत अस्पताल में भर्ती कराया गया था, मृतक यूपी के बंदी बलास जिला बस्ती का निवासी था, जिसे गंभीर हालत में अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया था. जहां उसकी मौत हो गई, लेकिन इस खौफ भरे माहौल में भी उसका मुस्लिम दोस्त आखिरी वक्त तक उसके साथ रहा, बीमार दोस्त का सिर अपनी गोद में रखकर वह तब तक बैठा रहा, जब तक उसे मेडिकल सहायता नहीं मिल गई.
कोरोना संदिग्ध को गोद में लिए बैठा रहा मुस्लिम दोस्त, आखिरी वक्त तक रहा साथ
गुजरात से यूपी जा रहे अमृत की शिवपुरी जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई, मृतक की कोरोना रिपोर्ट आना बाकी है, पर इस खौफ भरे माहौल में भी उसका मुस्लिम दोस्त याकूब मोहम्मद आखिरी वक्त तक उसके साथ रहा. जिसकी लोग मिसाल दे रहे हैं कि दोस्ती हो तो ऐसी, जो जरूरत पर काम आए.
एबी रोड स्थित कोलारस से एक युवक को 16 मई की शाम बेहोशी की हालत में जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था. मृतक अपने एक साथी के साथ ट्रक से सूरत से यूपी के बंदी बलास जा रहा था. तबीयत खराब होने पर ट्रक चालक ने उसे और उसके साथी याकूब मोहम्मद को कोलारस बाइपास पर छोड़ दिया. इस दौरान बीजेपी नेता सुरेंद्र शर्मा वहां से निकले, तब उन्होंने अपनी कार रोककर एम्बुलेंस बुलाया और युवक को कोलारस अस्पताल पहुंचाया. युवक की हालत गंभीर होने की वजह से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था.
CMHO डॉक्टर एएल शर्मा ने बताया कि युवक की मौत से पहले ही सैंपल लिया गया था, जिसकी अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है, वहीं दूसरी ओर शिवपुरी में हुई कोरोना संदिग्ध अमृत की मौत मिसाल बन गई है. परिवार का कोई सदस्य तक संक्रमित के पास जाने से कतराता है, ऐसे खौफ भरे माहौल में एक मुस्लिम दोस्त अपने दोस्त अमृत के साथ आखिरी वक्त तक रहा और पूरी जिम्मेदारी निभाई.