श्योपुर। जिले की जीवनदायिनी सीप नदी आज संरक्षक के अभाव में सिकुड़कर रह गए है. जिससे आसपास के किसानों को खेती के लिए मिलने वाला पानी सीमित हो गया है साथ ही बड़ी आबादी की प्यास बुझाने वाली सीप नदी के ऊपर अपने अस्तित्व को बनाए रखना मुश्किल हो गया है.
सीप नदी के संरक्षण के लिए आगे आया पंचायत एंव ग्रामीण विकास, नदी को पुर्नजीवित करने पर होगी चर्चा
श्योपुर में सीप नदी अपने अस्तित्व के लिए जूझ रही है. हालत इतने गंभीर हो गए है कि नदी के संरक्षण के लिए तत्काल कदम नहीं उठाए गए तो सीप नदी का अस्तित्व हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा.
श्योपुर
श्योपुर कलेक्टर बसंत कुर्रे ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पंचायत एवम ग्रामीण विकास विभाग द्वारा सीप नदी को पुर्नजीवित करने के लिए एक कार्यक्रम की रुपरेखा तैयारी की गई है.
सीप नदी को पुर्नजीवित करने के लिए एक योजना बनाई गई है. जिसके तहत नदी के संरक्षण के लिए विभिन्न विषयों पर चर्चा की जाएगी.ताकि एक ठोस परिणाम तक पहुंचा जा सके.