श्योपुर। राजस्थान के कोटा बैराज से 6 लाख क्यूसेक पानी चंबल नदी में छोड़े जाने के बाद बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. पार्वती और चंबल नदी में आए उफान के चलते श्योपुर जिले का राजस्थान के कोटा और खातौली सवाई माधोपुर से संपर्क टूट गया है, जिसके चलते यात्रियों को खासी असुविधा हो रही है. वहीं किसानों की फसलें बर्बाद हो गयी हैं, जिसकी निगरानी के लिए प्रशासनिक अमला हालात की मॉनिटरिंग कर रहा है.
कोटा बैराज से छोड़े गये पानी ने काट दी 'जीवनरेखा', जलमग्न गांवों में जिंदगी बचाने की जंग
कोटा बैराज से 6 लाख क्यूसेक पानी चंबल नदी में छोड़े जाने के बाद बाढ़ के हालात बन गए हैं, जिसके चलते पार्वती और चंबल नदी उफान पर आ गई है.श्योपुर जिले का राजस्थान के कोटा और खातौली सवाई माधोपुर से संपर्क टूट गया है
बैराज के पानी में बह गये किसानों के अरमान
कोटा बैराज से सात लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के चलते अटार घाट चंबल पुल के आसपास के गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जिससे फसलें बर्बाद हो गई हैं. इस स्थिति को देखते हुए विधायक बैजनाथ कुशवाहा सरकारी अमले के साथ एसडीएम एलके पांडे, तहसीलदार अजय शर्मा प्रशासनिक अमले के साथ बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंचे, जहां अटार घाट पर प्रशासनिक अधिकारी खेसारी संजय किरार, एएसआई बाथम एवं पुलिस बल मौजूद है.