गर्मी के मौसम में ठंडी का अहसास, दिन भर होती रही बारिश, जानिए अगले 5 दिन के मौसम का हाल
शहडोल जिले में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है. मंगलवार को तेज हवाओं के साथ बारिश हुई है, जिससे गर्मी से लोगों को राहत मिली. अप्रैल के महीने में जहां गर्मियां पड़ती थी, अब बारिश होने की वजह से मौसम में ठंडक आ गई है. जानिए अगले 5 दिन के मौसम का हाल...
शहडोल में गर्मी के मौसम में ठंडी का अहसास
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Published : Apr 25, 2023, 10:58 PM IST
शहडोल में दिन भर होती रही बारिश
शहडोल। जिले में पिछले कुछ दिन से लगातार मौसम बिगड़ा हुआ है. कभी आंधी चलती है, कभी बारिश होती है, कभी बादल गरजते हैं. आलम यह है कि आज मंगलवार को सुबह से ही रुक-रुक कर बरसात हो रही है, जिससे लोगों को अच्छा खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. गर्मी में भी ठंडी का अहसास हो रहा है.
दिन भर होती रही बरसात, हल्की ओलावृष्टि:शहडोल जिले में आज सुबह से ही दिनभर रुक-रुक कर बरसात होती रही. कभी रिमझिम बारिश हो रही थी. कभी तेज बारिश हो रही थी, ऐसा लग रहा था मानो बरसात का समय चल रहा हो, इतना ही नहीं कुछ जगहों पर तो ओलावृष्टि भी देखने को मिली है. जिला मुख्यालय में भी हल्की ओलावृष्टि हुई है. दिनभर घने बादल छाए रहे. आसमान में बादल गरज रहे थे. बिजली चमक रही थी. कुल मिलाकर पूरे दिन बारिश का मौसम बना रहा, जिससे लोगों को अच्छा खासा परेशानी का भी सामना करना पड़ा है.
अगले 5 दिन के मौसम का हाल:मौसम वैज्ञानिक गुरप्रीत सिंह गांधी बताते हैं कि अगले 5 दिन की जो मौसम रिपोर्ट भारत मौसम विज्ञान केंद्र से मिली है. उसके मुताबिक अभी भी लोगों को बारिश से राहत नहीं मिलने वाली है. हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना बनी हुई है. 30 तारीख तक इसी तरह का मौसम बना रहेगा. बारिश होने की संभावना बनी रहेगी. मौसम वैज्ञानिक बताते हैं कि जिस तरह से हर दिन बारिश हो रही है. उसकी वजह से तापमान में भी भारी गिरावट देखने को मिला है, एक हफ्ते पहले ही जिले का अधिकतम तापमान 42 डिग्री तक पहुंच गया था, जो अब गिरकर सीधे 32 डिग्री तक पहुंच गया है. इसीलिए लोगों को ठंडी का भी एहसास हो रहा है.
किसानों की बढ़ी परेशानी:इस बिगड़े हुए मौसम ने किसानों की भी परेशानी बढ़ा दी है, वजह है जिन्होंने गेहूं की लेट बुवाई की थी उनकी फसल कट रही है या फिर खलिहान पर पड़ी हुई है और बारिश में भीग रही है. आलम यह कि किसान इसे बचाने के लिए पॉलिथीन लगा रहा है या कुछ दूसरा सहारा ले रहा है. फिर भी अपनी फसलों को बचा नहीं पा रहा है और जिस तरह का मौसम बना हुआ है.