शहडोल में रेत माफियाओं के बुलंद हौसले, अवैध खनन रोकने गए पटवारी को ट्रैक्टर से कुचला, मौके पर मौत - शहडोल में अवैध खनन जोरों पर
Shahdol Sand Mafia Attack Patwari: मध्य प्रदेश में रेत माफियाओं के हौसले बुलंद हैं. शहडोल में अवैध खनन को रोकने गए पटवारी पर माफिया ने ट्रैक्टर चढ़ा दिया. जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस ने ट्रैक्टर चालक को गिरफ्तार कर वाहन जब्त कर लिया है.
शहडोल। जिले में खनन माफियाओं का आतंक लगातार जारी है और इन दिनों रेत माफिया बहुत तेजी के साथ सक्रिय हैं. जिसका नतीजा ये है कि अब रेत माफिया अटैकिंग मोड पर भी आ गए हैं, उन्हें रोकने वालों की जान भी ले रहे हैं. एक ऐसा ही मामला शहडोल जिले के देवलोंद थाना क्षेत्र से आया है. जहां एक पटवारी के ऊपर रेत माफिया ने ट्रैक्टर चढ़ाकर कर उसे कुचल दिया, जिसकी वजह से पटवारी की मौके पर ही मौत हो गई.
अब खूनी हुए माफिया:देवलोंद थाने की पुलिस ने बताया कि ब्यौहारी तहसील के खड्डा में पदस्थ पटवारी प्रसन्न सिंह बघेल तहसीलदार के आदेश पर अपने तीन अन्य साथियों के साथ सरकारी वाहन लेकर देर रात रेत को अवैध खनन रोकने के लिए गए थे. लगभग रात 12:00 के करीब पटवारी अपने अन्य साथियों के साथ गोपालपुर के सोन नदी घाट पर पहुंचा था, जहां रेत का अवैध खनन जारी था. कई ट्रैक्टर रेत के अवैध परिवहन में लगे थे, जिसे देखकर उनमें से एक ट्रैक्टर को पटवारी प्रसन्न सिंह ने रोका. तभी खुद को पकड़े जाने को देखकर माफिया के इशारे पर ड्राइवर अचानक ही अटैकिंग मूड में आ गया, और पटवारी के ऊपर से ही ट्रैक्टर चढ़ाते हुए उसे कुचलकर घटना स्थल से भाग गया.
पटवारी को कुचला: स्थानीय लोगों का कहना है कि घटना के बाद खनन माफिया पटवारी को कुचलकर वहां से भाग निकले. जितने अवैध खनन करने वाले लोग थे वह भी वहां से फरार हो गए. साथ ही पटवारियों ने इसकी सूचना प्रशासन को दी, फिर भी भी रात भर शव घाट पर ही पड़ा रहा. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर देवलोंद थाना प्रभारी राजकुमार मिश्रा का कहना है कि ''पटवारी के ऊपर चढ़ाने वाले ट्रैक्टर को पकड़ लिया गया है, चालक भी हिरासत में ले लिया गया है, आगे की कार्यवाई की जा रही है.''
अवैध खनन पर नहीं लग पा रही रोक: गौरतलब है की इन दिनों शहडोल जिले में रेत माफिया बहुत ज्यादा तेजी के साथ सक्रिय हैं. जगह-जगह माफिया रेत का अवैध उत्खनन कर रहे हैं. पिछले कुछ दिन से प्रशासन भी रेत के अवैध खनन पर लगाम लगाने के लिए लगातार एक्शन मोड में दिख रही है, एक्शन ले रही है, लेकिन उसके बाद भी अवैध उत्खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है. लगता है कि अब इन माफियाओं में किसी बात का डर ही नहीं बचा है और यह उन्हें रोकने वालों पर ही हमलावर हो रहे हैं. पटवारी की जान लेना उसी का एक नतीजा है. फिलहाल अब देखना यह होगा कि इस घटना के बाद प्रशासन माफियाओं पर नकेल कसने के लिए किस तरह का कदम उठाता है.