शहडोल।जिले में भी कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है, बाहर से आये तीन मजदूर कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, जिसके बाद हड़कंप मच गया है. तीनों मजदूर गांव के हैं जिसके बाद अब जिले के गांवों में काफी खौफ का माहौल है, लोग डरे हुए हैं. पिछले एक दो दिन से ये देखने को मिल रहा है की गांव के लोग खुद ही अपने-अपने गांवों को सील कर रहे हैं और बाहर से आने वाले लोगों को बिना वाजिब कारण एंट्री नहीं दे रहे हैं साथ ही लॉकडाउन का पालन करा रहे हैं.
ईटीवी भारत की ग्राउंड जीरो से रिपोर्ट, कोरोना के खौफ से अब गांवों में एंट्री नहीं आसान - लॉकडाउन ग्राउंड रिपोर्ट
शहडोल में पिछले एक दो दिन से ये देखने को मिल रहा है की गांव के लोग खुद ही अपने-अपने गांवों को सील कर रहे हैं और बाहर से आने वाले लोगों को बिना वाजिब कारण एंट्री नहीं दे रहे हैं साथ ही लॉकडाउन का पालन करा रहे हैं.
उधिया गांव के ही एक ग्रामीण कहते हैं कि शासन प्रशासन तो उनकी सुरक्षा कर ही रही है, लेकिन इस मुश्किल घड़ी में गांव वालों का भी कर्तव्य बनता है कि वो अपने गावों को सेफ करें और इस महामारी से बचाएं. गांव वालों का ये भी कहना है कि इससे बचाव के लिए सावधानी और सोशल डिस्टेंस ही एक रास्ता है इसलिए वो लोग अब अपने गांव की सुरक्षा में खुद ही लगे हुए हैं.
वहीं नरगी गांव के युवाओं ने भी बैरिकेट्स लगा रखा है उनका साफ कहना है वो अब अपने गांव में बाहर के लोगों को एंट्री नहीं देंगे, जो जरूरी काम वाले हैं उन्हें ही एंट्री दी जाएगी. क्योंकि कोरोना महामारी का गावों मे अब बहुत खौफ है. इसके अलावा छिरिहटी, खैरहनी, सामतपुर, कंचनपुर, विचारपुर, रसमोहनी, गरफंदिया, धुरवार, नवगवां, करकटी, सिरोज़ा, मड़वा, चटहा गांव को अब ग्रामीणों ने खुद ही लॉक कर लिया है और अब बिना बहुत जरूरी काम के, दूसरे गांव या बाहर से आने वालों को एंट्री नहीं दे रहे हैं. जिले के कई गांव लगातार खुद ही अपने गावों को सील कर रहे हैं.
गौरतलब है कि जिले में तीन कोरोना के पॉजिटिव मरीज़ मिलने के बाद गावों में इस महामारी को लेकर काफी खौफ है, और अब गांव वाले अपनी सुरक्षा को लेकर खुद ही आगे आ रहे हैं और गांव को खुद ही सील कर अपने गांव की इस महामारी से सुरक्षा करने में जुट चुके हैं.