शहडोल।कच्ची सड़कें, पानी की समस्या और गांव में फैली गंदगी, ये हालात है शहडोल सांसद ज्ञान सिंह के आदर्श गांव केलमानियां की. पांच साल पहले जब केलमनियां आदर्श गांव के लिये चुना गया था. तब यहां के लोगों को लगा था कि उनके हालात अब बदलने वाले है. लेकिन पिछले पांच सालों में ऐसा कुछ बदलाव नजर नहीं आता. गांव में सबसे बड़ी समस्या पानी की है. 2 हजार 246 लोगों की आबादी वाले आदर्श ग्राम केलमनियां में पानी के लिए केवल एक हैंडपंप है. जिसपर दिनभर पानी के लिये गांव के लोग जद्दोजहद करते नजर आते है.
सांसद ज्ञान सिंह के आदर्श ग्राम में नहीं आया कोई बदलाव, सड़क, बिजली, पानी की समस्या से जूझ रहा केलमनियां - कांग्रेस
शहडोल सांसद ज्ञान सिंह के आदर्श गांव केलमनियां में पिछले पांच साल में कोई बदलाव नहीं आया है. गांव में पानी सड़क जैसी कई समस्यायें जस की तस है. जिस पर ग्रामीणों का कहना है कि सांसद ने इन समस्यायों को दूर करने के लिए कोई काम नहीं किया है.
कहने को तो गांव में हाईस्कूल है, स्कूल के प्रिंसिपल का कहना है कि शिक्षकों की कमी से परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जबकि सड़क मार्ग कच्चा होने से बरसात में छात्रों भी नहीं आ पाते. सांसद की बेरूखी का आलम यह है कि केलमनियां के अधिकतर लोग अपने सांसद का नाम तक नहीं जानते. स्थानीय कहते है कि ज्ञान सिंह सांसद बनने के बाद गांव में केवल एक बार ही आए है.
ग्रामीणों का आरोप है कि सांसद बुनियादी सुविधाओं को लेकर गंभीर नहीं है. रोजगार न होने से गांव के युवा भी सांसद पर नाराजगी जाहिर करते है. उनका मानना है कि अच्छी खासी पढा़ई करने के बाद भी उन्हें रोजगार के लिए परेशान होना पड़ता है.ग्रामीणों की समस्यायें सुनने के बाद तो यही कहा जा सकता है कि केलमनियां गांव आदर्श गांव की श्रेणी में अब भी खरा नहीं उतरता. हालांकि बीजेपी से सांसद ज्ञान सिंह का इस बार पार्टी ने टिकट कांट दिया है. ऐसे में इस गांव के की और आने वाला सांसद ध्यान देता है या नहीं यह देखने वाली बात होगी.