सतना। जिले में किसान पेरशान हो रहे हैं. खरीदी केंद्रों के कर्मचारियों की मनमानी के चलते किसान का अनाज नहीं बिक रहा है. किसान कड़ी धूप में खरीदी केंद्रों पर अव्यवस्था के बीच डेरा डालने के लिये मजबूर हैं. आलम ये है कि खरीदी केंद्रों पर पुराने गल्ले का उठाव नहीं होने से दूसरी फसल के लिये वहां पर्याप्त जगह नहीं है.
कर्मचारियों की मनमानी से परेशान हो रहा 'अन्नदाता', खरीदी केंद्र पर हफ्तों से डेरा डाले हैं किसान
जिले के करही कला खरीदी केंद्र पर 25 हजार क्विंटल खरीदी होनी थी. कर्मचारियों की अनदेखी के चलते आज की तारीख तक 12 हजार क्विंटल खरीदी होनी बाकी है. किसान 1 हफ्ते से अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे हैं.
मामला उचेहरा तहसील अंतर्गत करही कला का है. यहां समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिये बनाये गये खरीदी केंद्रों पर अव्यवस्थाएं हैं. आलम ये है कि अपनी फसल लेकर किसान अनाज बेचने के लिये पिछले एक हफ्ते से अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. खुले में अनाज लिये बैठे किसानों की फसल पर मौसम किसी भी वक्त पानी फेर सकता है.
करही कला खरीदी केंद्र पर 25 हजार क्विंटल खरीदी होनी थी. कर्मचारियों की अनदेखी के चलते आज की तारीख तक 12 हजार क्विंटल खरीदी होनी बाकी है. बीती 9 मई से किसान खरीदी केंद्र पर लाइन लगाकर फसल बेचने का इंतजार कर रहे हैं. जिससे उनमें आक्रोश है. दूसरी तरफ खरीदी केंद्र के जिम्मेदार ये तो मान रहे हैं कि गोदाम में पुराना अनाज रखा है और उसे जल्द उठवाया जाएगा.