सतना। शिक्षा के नाम पर खुलेआम व्यापार करने वाले स्कूल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो चुकी है. जिले में आज शहर के जाने-माने प्राइवेट स्कूल क्राइस्ट ज्योति में जिला शिक्षा अधिकारी आकस्मिक निरीक्षण करने पहुंचे. जिला शिक्षा अधिकारी ने इस विद्यालय में तीन बिंदुओं पर लापरवाही पाई है. जिस पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
जिला शिक्षा अधिकारी टीपी सिंह जिले में लॉकडाउन के बाद लगातार शिकायतें आ रही थी कि प्राइवेट स्कूल अभिभावकों पर फीस के लिए दबाव बना रहे थे. इसी बात की तस्दीक करने जिला शिक्षा अधिकारी टीम के साथ क्राइस्ट ज्योति स्कूल पहुंचे. शिक्षा विभाग की टीम ने मौके पर पाया कि विद्यालय संचालक द्वारा अभिभावकों पर स्कूल की फीस जमा करने का दबाव बनाया जा रहा था.
स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे जिला शिक्षा अधिकारी इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी टीपी सिंह ने बताया कि क्राइस्ट ज्योति स्कूल नियम के मुताबिक ज्यादा फीस वसूल रहा था. साथ ही शासन के निर्देश है कि स्कूल प्रबंधन अभिभावकों से 10 महीने की फीस ले सकते हैं. लेकिन ये विद्यालय पूरे 12 महीने की फीस ले रहा था. इसके अलावा ट्यूशन फीस के अलावा भी स्कूल बच्चों से कुछ फीस वसूल रहा था. विभाग मामले की जांच कर रहा है, नियम के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी.
बता दें शहर में 4 स्कूल और चिन्हित किए गए हैं, सेंट माइकल स्कूल, बोनांजा कान्वेंट स्कूल, क्रिश्तकुला मिशन हायर सेकेंडरी स्कूल इन स्कूलों की लगातार शिकायतें मिल रही हैं. बहरहाल इसके पहले भी ईटीवी भारत अभिभावकों की समस्याओं और स्कूलों की मनमानी फीस वसूली की खबरों को प्रमुखता से दिखाता रहा है. जिसके चलते जिला शिक्षा अधिकारी टीपी सिंह ने मामले में संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की है.