सतना। गरीब पैदा होना कितना बड़ा पाप है, इस बात का अहसास तब होता है, जब कोई व्यक्ति आपकी गरीबी का मजाक उड़ाता है. ऐसा ही एक वाकया सामने आया है सतना में, जहां एक ही जगह पर मौजूद दो लोगों के अलग- अलग नजरिए देखने मिला. जहां एक इंसान ने गरीबी को समझते हुए भूखे-प्यासे बच्चों को खाना खिलाकर इंसानियत दिखानी चाही, तो वहीं दूसरी ओर रेस्टोरेंट के मालिक ने गरीब बच्चों को वहां से बाहर जाने का कहकर अपनी रसूखदारी दिखाई.
घटना सतना के चाय सुट्टाबार नाम के रेस्टोरेंट की है, जहां कुछ समाजसेवी युवा गरीब बच्चों को पिज्जा-बर्गर खिलाने रेस्टोरेंट ले गए थे. पैसों का भुगतान करने के बाद बच्चे कुर्सियों पर बैठकर पिज्जा खाने लगे, उसी वक्त रेस्टोरेंट संचालक वहां आ पहुंचा. उसे बच्चों का इस तरह वहां बैठकर खाना नागवार गुजरा.