सागर। एमपी में बीते कई दिनों से महिलाओं और बच्चियों के साथ बर्बरता के मामले सामने आ रहे हैं. इस पर मंगलवार को मानव अधिकार आयोग (Human Right Commission) ने संज्ञान लिया है. गत दिनों धार, अलीराजपुर, गुना, मुरैना, खंडवा में प्रदेश की बेटियों के साथ दुष्कर्म, हत्या, क्रूरता से पिटाई जैसे जघन्य मामले सामने आये हैं. इसी कड़ी में सागर में सोमवार को एक पिता ने बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी.
सागर में पिता ने बेटी को मारी गोली
बहरोल थाना के झारई गांव में सोमवार को पिता ने अपनी बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. घर में हुए मामूली विवाद के बाद पिता ने ये कदम उठाया था. आरोपी पिता को मंगलवार को बंडा सत्र न्यायालय में जेएमएफसी कोर्ट में पेश किया गया. पिता द्वारा पहले ही जुर्म कबूलने के कारण पुलिस ने रिमांड की मांग नहीं की.
कोर्ट ने आरोपी पिता को जेल भेज दिया है. पिछले एक पखवाड़े में धार और अलीराजपुर जिले में इसी तरह के सनसनीखेज मामले सामने आए हैं, जिसमें मामूली बात को लेकर घर की बेटियों को अपने परिजनों की बर्बरता का सामना करना पड़ा.
12 बोर की लाइसेंसी बंदूक से की हत्या
जिला मुख्यालय सागर से करीब 63 किलोमीटर दूर बहरोल थाना के झारई गांव में यह सनसनीखेज मामला सामने आया है. जहां गांव के मालगुजार अशोक सिंह ने अपनी 30 साल की बेटी अंकिता सिंह की 12 बोर की लाइसेंसी बंदूक से गोली मारकर हत्या कर दी थी.
हत्या की सूचना बहरोल थाना में अशोक सिंह की पत्नी और अंकिता की मां पुष्प लता सिंह ने दी थी. सूचना पर तत्काल बहरोल थाना पुलिस गांव पहुंची, जहां घर पर अंकिता का शव लहूलुहान पड़ा था. आरोपी पिता अशोक सिंह ने पुलिस के सामने अपना जुर्म भी कबूल किया था.
पुलिस ने नहीं मांगी रिमांड, अदालत ने भेजा जेल
आरोपी पिता ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया था और भागने की कोशिश भी नहीं की थी. बहरोल पुलिस द्वारा मंगलवार दोपहर बाद आरोपी पिता को बंडा सत्र न्यायालय जेएमएफसी कोर्ट में पेश किया गया. जहां प्रथम सत्र न्यायाधीश रेनू खान ने आरोपी पिता को जेल भेजने के आदेश दिए हैं. पुलिस ने आरोपी पिता की रिमांड की भी मांग नहीं की थी।
शादी की बात पर हुई बहस
पुलिस सूत्रों की माने तो सोमवार सुबह अंकिता और उसके पिता अशोक सिंह के बीच जमकर बहस हुई थी. दरअसल, अंकिता ने भोपाल में रहकर बी फार्मा की पढ़ाई की थी. पढ़ाई पूरी हो जाने के बाद भी अंकिता अपने गांव वापस आने के लिए तैयार नहीं थी.
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हाल ही में लॉकडाउन के कारण अंकिता अपने घर पहुंची थी. अंकिता के पिता उसे शादी के लिए दबाव बना रहे थे. अंकिता शादी के लिए तैयार नहीं थी. इसी बात को लेकर बहस हो गई और विवाद इतना बढ़ गया कि अंकिता के पिता अपनी लाइसेंसी 12 बोर की बंदूक से अंकिता के सीने पर फायर कर मौत के घाट उतार दिया.
प्रदेश में और भी आए हैं इस तरह के मामले
सागर जिले के बहरोल थाना के झारई गांव की तरह प्रदेश के अन्य इलाकों में भी ऐसे मामले सामने आए हैं. जहां घर की बहन बेटियों को अपने परिजनों की निर्ममता का शिकार होना पड़ा है. इसी तरह अलीराजपुर के फुटतालाब गांव में 28 जून को एक विवाहित युवती को उसके पिता और भाइयों ने पेड़ से बांधकर इसलिए बेरहमी से पीटा कि युवती अपनी ससुराल से बिना बताए मामा के घर चली गई थी. वहीं धार जिले के टांडा थाना के पीपलवा गांव में एक युवती की उसके चचेरे भाइयों और गांव वालों ने बेरहमी से पिटाई की.