सागर।मध्यप्रदेश में चल रहे नगरीय निकाय चुनाव में पहले चरण का मतदान 6 जुलाई को होना है. 4 जुलाई शाम 5 बजे से शोरगुल वाला प्रचार प्रसार बंद हो गया है और मतदान के पहले इन चुनावों में अपनी किस्मत आजमा रहे सभी प्रत्याशी घर-घर दस्तक दे रहे हैं. बुंदेलखंड में एक समय ऐसा था कि सागर नगर एकमात्र नगर पालिका परिषद थी, जिसे 1980 के दशक में नगर निगम का दर्जा दिया गया. नगर निगम का दर्जा मिलने के बाद 1983 में हुए नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस के नवीन जैन पहले महापौर निर्वाचित हुए थे. तब नगर निगम के महापौर का कार्यकाल 1 वर्ष का होता था. नवीन जैन का कार्यकाल पूरा होने के बाद 1984 में कांग्रेश के हुकुमचंद चौधरी नगर निगम के महापौर बने थे. इसके बाद 1985 में कांग्रेस के उत्तमचंद खटीक महापौर बने थे.
प्रथम चरण में सागर नगर निगम और अन्य नगरीय निकाय के चुनाव :नगरीय निकाय चुनाव के तहत सागर जिले में दो चरण में चुनाव संपन्न होगा. प्रथम चरण में आगामी 6 जुलाई को मतदान होगा, जिसमें सागर नगर निगम सहित 6 नगरीय निकाय के 120 वार्डो के जनप्रतिनिधियों का निर्वाचन होगा. इन 120 वार्डों में मतदान के लिए 394 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं. इनमें 118 मतदान केंद्र संवेदनशील घोषित किए गए हैं. साथ ही 276 मतदान केंद्र सामान्य श्रेणी के रहेंगे. नगरीय निकाय चुनाव के प्रथम चरण में नगर निगम सागर के 48 वार्डों में 251 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. जिनमें 2 लाख 22 हजार 584 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे. इनमें 1 लाख 13 हजार 894 पुरुष, एक लाख 8 हजार 679 महिला एवं 11 अन्य मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर 248 प्रत्याशियों में से 48 वार्ड पार्षद सहित नगर निगम महापौर का चुनाव करेंगे. सागर नगर निगम के चुनाव के लिए 251 मतदान केन्द्रों में 251 मतदान दल गठित किए गए हैं. इन मतदान दलों में 1004 मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है, जबकि 100 मतदान कर्मी रिजर्व में रखे गये हैं. सागर नगर निगम में महापौर पद के लिए 8 प्रत्याशी मैदान में हैं जिनमें प्रमुख मुकाबला कांग्रेस की निधि जैन और भाजपा के संगीता तिवारी के बीच हो रहा है.