सागर। कोरोना के बढ़ते कहर को देखते हुए बीना के आगासोद में रिफाइनरी के पास बन रहे 1000 हजार बेड के अस्पताल की समीक्षा केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और सीएम शिवराज सिंह ने की. समीक्षा के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि 25 मई तक यहां 200 बिस्तर का अस्पताल शुरू हो जाएगा और आवश्यकता अनुसार उस को आगे बढ़ाया जाएगा. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि रिफाइनरी की गैस फॉर्म में रहने वाली ऑक्सीजन का मेडिकल यूज संभव होने के बाद हमने फैसला किया है कि हम यहां पर एक प्लांट लगाएंगे. इस प्लांट से रोजाना 25 मीट्रिक टन मेडिकल यूज की ऑक्सीजन की आपूर्ति मध्य प्रदेश को हो सकेगी.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को धन्यवाद देते हुए कहा है कि उनके सहयोग से बीना रिफाइनरी की आक्सीजन मध्य प्रदेश को मिल पा रही है, और उसी पर आधारित अस्पताल का निर्माण भी हो रहा है. सीएम ने बताया कि अस्पताल का काम तेजी से चल रहा है. हमें विश्वास है कि 25 मई को हम फर्स्ट फेज में 200 बिस्तर का अस्पताल मरीजों को उपलब्ध करा देंगे. सीएम ने कहा कि खुशी की बात ये है कि यहां जो ऑक्सीजन हैं, उसका मेडिकल यूज करने के लिए टेस्ट हो चुका है और उसे उपयुक्त बताया गया है. भविष्य की आवश्यकता को देखते हुए यहां बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जाएगी.
बीना में लगेगा 25 मीट्रिक टन क्षमता का प्लांट
बीना रिफाइनरी में 91 मीट्रिक टन की क्षमता के दो ऑक्सीजन प्लांट मौजूद हैं. यहां बॉटलिंग प्लांट की स्थापना हो जाएगी, तो ऑक्सीजन सिलेंडर में भरकर दूसरे जगहों पर भेजे जा सकेंगे. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बीना में 25 मीट्रिक टन की क्षमता वाला बॉटलिंग प्लांट लगाने की स्वीकृति दी है. फिलहाल यहां एक कंप्रेसर आ रहा था, लेकिन उन्होंने 4 कंप्रेसर लगाने के लिए कहा है. इससे सहूलियत होगी कि यहां तो आक्सीजन उपलब्ध हो ही जाएगी और जहां जरूरत होगी, वहां उपलब्ध हो सकेगी.
ऑक्सीजन के मामले में आत्म निर्भर होगा एमपी