178 जूनियर डॉक्टरों ने दिया सामूहिक इस्तीफा, सरकार से की ये मांग
जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल (junior doctors strike) के बीच श्याम शाह मेडिकल कॉलेज में तैनात 178 डॉक्टरों ने एक साथ इस्तीफा दे दिया. जिसके बाद से यहां स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है. दरअसल, 6 सूत्री मांगों को लेकर बीते 3 दिनों से डॉक्टरों की हड़ताल की जा रही है.
जूनियर डॉक्टर
रीवा। प्रदेश में बीते 4 दिनों से जारी जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल (junior doctors strike) में नया मोड़ जब आया, जब श्याम शाह मेडिकल कॉलेज में तैनात तकरीबन 178 डॉक्टरों ने एक साथ सामूहिक इस्तीफा दे दिया. जिसके बाद से अब स्वास्थ्य व्यवस्था बिगड़ती हुई देखी जा रही है. बताया जा रहा है कि डॉक्टरों के द्वारा सरकार से 6 सूत्री मांगों को मनाने के लिए बीते 3 दिनों से हड़ताल की जा रही है. मगर सरकार है कि मानने को तैयार नहीं.
बता दें किबीते 4 दिनों से जूनियर डॉक्टर स्टाइपेंड सहित अपनी 6 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. मगर सरकार उनकी मांगों को मानने के लिए तैयार नहीं है, जिसको लेकर लगातार जूनियर डॉक्टरों का संघ लड़ाई लड़ रहा है. रीवा में आज तकरीबन 178 जूनियर डॉक्टरों ने एक साथ सामूहिक इस्तीफा दे दिया है.
6 सूत्री मांगो को लेकर हड़ताल
दरअसल, बृहस्पतिवार शाम श्यामशाह मेडिकल कॉलेज में सैकड़ों की तादात में जूनियर डॉक्टर्स एकत्रित हो गए. इस दौरान डॉक्टरों ने कोरोना काल में ड्यूटी के दौरान जान गवाने वाले कोरोना योद्धा डॉक्टरों श्रद्धांजलि अर्पित की. डॉक्टरो का कहना है की वह सरकार के साथ काम करना चाहते हैं, मगर सरकार उनकी मांगें मानने के लिए तैयार नही है. मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों (junior doctors) ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से न्याय की गुहार लगाई है. जूड़ा सदस्यों का कहना है की सीएम प्रदेश भर में बैठे जूनियर डॉक्टरों का पक्ष सुने और उचित निर्णय लेकर उन्हें उनके काम पर वापस जाने में सहयोग करें.
6 सूत्री मांगो को लेकर हड़ताल
दरअसल, बृहस्पतिवार शाम श्यामशाह मेडिकल कॉलेज में सैकड़ों की तादात में जूनियर डॉक्टर्स एकत्रित हो गए. इस दौरान डॉक्टरों ने कोरोना काल में ड्यूटी के दौरान जान गवाने वाले कोरोना योद्धा डॉक्टरों श्रद्धांजलि अर्पित की. डॉक्टरो का कहना है की वह सरकार के साथ काम करना चाहते हैं, मगर सरकार उनकी मांगें मानने के लिए तैयार नही है. मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों (junior doctors) ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से न्याय की गुहार लगाई है. जूड़ा सदस्यों का कहना है की सीएम प्रदेश भर में बैठे जूनियर डॉक्टरों का पक्ष सुने और उचित निर्णय लेकर उन्हें उनके काम पर वापस जाने में सहयोग करें.