रतलाम। रतलाम से इंदौर तक के रेलमार्ग पर इलेक्ट्रिफिकेशन का काम रेलवे ने खत्म कर लिया है. जल्द ही इस रास्ते पर इलेक्ट्रिक इंजन की ट्रेनें चलनी शुरु हो जाएंगी, जिसके बाद रतलाम से इंदौर का सफर दो घंटे में तय किया जा सकेगा.
अब आपका सफर होगा और सुहाना, रतलाम से इंदौर की दूरी दो घंटे में होगी पूरी
रतलाम से इंदौर तक जल्द ही इलेक्ट्रिक इंजन ट्रेन चलना शुरु हो जाएगी. जिससे यात्री 2 घंटो में ये सफर तय कर सकेंगे.
इंदौर और रतलाम के बीच इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा होने के बाद अब इंदौर, दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग से सीधा जुड़ गया है. दरअसल 119 किलोमीटर के इस मार्ग पर इलेक्ट्रिफिकेशन का काम दिसंबर तक पूरा होना था. जिसे रेल मंडल ने 6 महीने पहले ही पूरा कर लिया है.
इस रेल मार्ग पर अब तक डीजल इंजन ट्रेन संचालित थी, जिसकी वजह से लंबी दूरी की यात्री गाड़िया देवास, उज्जैन और नागदा होते हुए रतलाम जाती थी. सीआरएस के निरीक्षण में हरी झंडी मिलने के बाद अब जल्द ही इलेक्ट्रिक इंजन ट्रेने इस रुट पर चलने लगेगी.
रेल मंडल ने बताया कि रतलाम से चित्तौड़गढ़ के बीच भी इलेक्ट्रिफिकेशन का काम तेज हो गया है.जिससे मार्च 2020 तक इंदौर से सीधे चित्तौड़गढ़ के लिए इलेक्ट्रिक इंजन ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा.