रतलाम। कोरोना काल में जारी लॉकडाउन 3.0 पूरा और लॉकडाउन 4.0 शुरु होने से पहले जावरा में विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हुसैन टेकरी शरीफ पर पहले लॉकडाउन से लेकर अब तक फंसे मजदूरों, उपचार के लिए आए लोगों और जायरीनों को प्रशासन ने उनके घरों तक भेजना शुरू कर दिया है. प्रशासन ने अब तक हुसैन टेकरी से करीब 900 लोगों को अपने घरों तक भेज दिया है. इसी कड़ी में शनिवार को दोबारा हुसैन टेकरी से करीब 216 मजदूरों को बसों द्वारा अपने घर भेजा गया.
लॉकडाउन में फंसे लोगों की घरवापसी पूरे विश्व में जावरा को पहचान दिलाने वाला धार्मिक स्थल हुसैन टेकरी शरीफ पर पहले लॉकडाउन से तीसरे लॉकडाउन के तक बड़ी संख्या में मजदूर, जायरीन और यहां अपना उपचार करवाने आए मरीज फंस गए थे, कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने हुसैन टेकरी को सील कर दिया था, जो कि आज भी जारी है.
इन दिनों यहां केवल स्थानीय लोगों की जरुरत के लिए आवश्यक सामग्री की दुकानें खुल रही हैं. ऐसे में यहां बाहर से आने वाले जायरीन नहीं आ रहे है, वहीं यहा पर फंसे लोगों को भी प्रशासन ने भेजना शुरु कर दिया है. शनिवार को सुबह से ही हुसैन टेकरी पर मजदूरों को भेजने के इंतजाम शुरू हुए. स्वास्थ विभाग के अधिकारियों ने जाने वाले सभी मजदूरों की स्क्रीनिंग की और उन्हें भेजा.
तहसीलदार नित्यानंद पाण्डेय ने बताया कि शनिवार को नीमच के 30, भोपाल के 119, इंदौर के 26, खंडवा के 15, धार और झाबुआ के करीब 26 लोगों सहित 216 लोगों को करीब 7 बसों द्वारा रवाना किया गया. प्रत्येक बस में एक शिक्षक की ड्यूटी लगाई गई. प्रत्येक मजदूर को हुसैन टेकरी शरीफ वक्फ और स्थानीय प्रशासन की और से भोजन के पैकेट, टेकरी शरीफ के किराना दुकानदार जब्बार खां की तरफ से बिस्किट के पैकेट और पानी की बोतल दी गई.