राजगढ़। एमपी अजब है, पर कुरावर थाना पुलिस सबसे गजब है. जहां पीड़िता के दर्द पर यहां की पुलिस का ज्ञान भारी पड़ता है क्योंकि पीड़िता ने तीन तलाक की शिकायत दर्ज कराई और पुलिस ने दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कर लिया. पीपलखेड़ा गांव निवासी पीड़िता पिछले 6 महीने से थाने के चक्कर काट रही थी, थाने के चक्कर लगाते-लगाते उसे चक्कर ने अपनी गिरफ्त में ले लिया, फिर भी पुलिस का दिल नहीं पसीजा.
डाकिया के 'तलाकनामे' को पुलिस ने बताया दहेज उत्पीड़न, महीनों से चक्कर काट रही पीड़िता
राजगढ़ में तीन तलाक के मामले को पुलिस ने बतौर दहेज उत्पीड़न दर्ज कर लिया है, जिसके चलते पीड़िता पिछले छह महीने से थाने के चक्कर काट रही है.
पीड़ित महिला सालों से मायके में रह रही है. उसकी शादी 2007 में ताजीपुरा निवासी इरफान से हुई थी. इनके तीन बच्चे भी हैं. एक मई 2019 को इरफान ने दो गवाहों की मौजूदगी में लिखित में तलाकनामा रजिस्टर्ड डाक से भेजा था. जिसके विरोध में महिला ने 11 मई को कुरावर थाने और महिला एवं बाल विकास केन्द्र में तीन तलाक के खिलाफ आवेदन दिया था, लेकिन पुलिस ने दूसरे थाने का मामला बताकर पल्ला झाड़ लिया.
पीड़िता के वकील प्रवीण सक्सेना का कहना है कि इस पूरे मामले में पुलिस ने जानबूझकर तीन तलाक के मामले को दबाने का प्रयास किया है.