रायसेन। दीपावली के दीये बनाकर दूसरों के घर में उजाला करने वाले कुम्हारों के घर में अब अंधेरा है. न तो उन्हें उनकी मेहमत का मेहनताना मिलता है और न ही सरकारी योजनाओं का लाभ. आज का कुम्हार आर्थिक तंगी से गुजर रहा है.
गुमनाम अंधेरे में दूसरों का घर रोशन करने वाला कुम्हार, कोई नहीं मददगार? - festival
दूसरों के घर में उजाला करने वाले कुम्हारों को सरकारी योजनाओं का भी लाभ नहीं मिल रहा, जिससे उन्हें मजदूरों जैसा जीवन जीने को मजबूर होना पड़ रहा है.
दूसरों के घरों में रौशनी फैलाने वालों के घरो में छाया अंधेरा
सिलवानी नगर पंचायत के कुम्हार मोहल्ले में कुम्हारों के 10 परिवार रहते हैं, जो मिट्टी के दीये ,खिलौने और मूर्तियां सहित अन्य सामान बनाकर अपना जीवन यापन करते हैं. इस कार्य में घर के बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक मेहनत करते हैं. कुम्हारों को शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है. सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिलने से ये लोग मजदूरों जैसा जीवन जीने को मजबूर हैं.