रायसेन/भोपाल।एमपी में लगातार हो रही बारिश और ओलावृष्टि से किसान सकते में है. प्रदेशभर के किसान ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसलों के लिए सरकार से जल्द सर्वे और मुआवजे की मांग कर रहे हैं. एमपी विधानसभा में कांग्रेस ने किसानों के मुद्दे को लेकर हंगामे के बाद सदन से वॉकआउट कर दिया. वहीं अब सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 25 मार्च तक फसल का सर्वे कार्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं. बता दें कि रविवार को रायसेन के सिलवानी तहसील के बम्होरी सर्किल के दर्जनों गावो में ओले गिरे. ओलावृष्टि से एक किसान की लगभग 8 एकड़ की गेहूं, चना की फसल बर्बाद होने की खबर किसान को लगी तो सदमा में मौत हो गई.
किसान को सदमा: आफत की बारिश से किसानों के चेहरे पर हवाइयां उड़ रही हैं. रायसेन के किसान हरप्रसाद लोधी की इसी सदमें में मौत हो गई. विदिशा जिले की तहसील ग्यारसपुर के पंचायत मदनई में 45 साल के शैतान सिंह की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई है. ओलावृष्टि में ओले का आकार इतना बड़ा था कि किसान सौ फीसदी नुकसान होने की बात कह रहे हैं. बारिस के साथ सड़क खेत पर ओलों की परत जमी हुई थी किसान परेशान हैं. अब सरकार से आस लगाए हैं. हालांकि किसानों को सरकार ने आश्वस्त किया है. नुकसान का पूरा आकलन किया जाएगा.
सरकार का मरहम: बारिश और ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को राहत का मरहम लगाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 25 मार्च तक फसल का सर्वे कार्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने सर्वे कार्य को लेकर मुख्यमंत्री आवास पर बैठक बुलाकर अधिकारियों को सर्वे कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए. बैठक में बताया गया कि 8 मार्च के आसपास हुई बारिश से नुकसान का पहले चरण का सर्वे कार्य पूरा हो चुका है जबकि 19 मार्च के आसपास हुई बारिश से नुकसान का सर्वे कार्य चल रहा है.