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जिला स्तरीय बाढ़ आपदा प्रबंधन की बैठक हुई आयोजित

जिला स्तरीय बाढ़ आपदा प्रबंधन की बैठक कलेक्टर उमाशंकर भार्गव की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट कार्यालय स्थित एनआईसी कक्ष में आयोजित की गई. बाढ़ और जलभराव संभावित क्षेत्रों में त्वरित राहत और बचाव कार्य के लिए जिला स्तरीय बाढ़ आपदा प्रबंधन की बैठक हुई.

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जिला स्तरीय बाढ़ आपदा प्रबंधन

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Published : May 25, 2021, 10:57 PM IST

रायसेन।जिला स्तरीय बाढ़ आपदा प्रबंधन की बैठक कलेक्टर उमाशंकर भार्गव की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट कार्यालय स्थित एनआईसी कक्ष में आयोजित की गई. बैठक में जिला कलेक्टर ने कहा कि कुशल प्रबंधन से आपदा के दौरान जान-माल की हानि को रोका जा सकता है. उन्होंने बाढ़ संभावित क्षेत्रों की जानकारी, संस्थागत ढांचा निर्माण, बाढ़ नियंत्रण कक्ष, विभिन्न समितियों का गठन, चेकलिस्ट, पूर्व चेतावनी, राहत स्थलों की पहचान, आवश्यक मरम्मत, संचार व्यवस्थाओं के संबंध में निर्देश दिए. भार्गव ने कहा कि नदी, नालों में बारिश का पानी ज्यादा होने पर वाहनों का आवागमन रोकने के लिए बोर्ड और बैरियर लगाए जाएं. उन्होंने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि बाढ़ संभावित स्थानों पर पेयजल के शुद्धीकरण के लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूर्व ही कर ली जाएं.

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बारिश के समय शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश

कलेक्टर भार्गव ने कहा कि बारिश में कई पेयजल स्त्रोतों का पानी दूषित हो जाता है और फिर इस दूषित पानी के उपयोग से लोग बीमार होते हैं. इसलिए ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. उन्होंने कुएं, हैण्डपम्प सहित अन्य पेयजल स्त्रोतों के आसपास साफ-सफाई रखने, खराब पाईप लाईनों को ठीक करवाने, पानी की टंकियों की सफाई कराने के निर्देश जिला पंचायत सीईओ पीसी शर्मा और पीओ डूडा श्री पीके चावला को दिए. पानी की शुद्धता के लिए क्लोरीन का वितरण करने के भी निर्देश दिए. कलेक्टर भार्गव ने पीओ डूडा को जिले के सभी नगरीय निकायों में बारिश के पूर्व नाले-नालियों की साफ-सफाई सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए.

बारिश के पूर्व निर्माण कार्यो को पूर्ण करने के निर्देश

जिला कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री से जिले में पुलों, रपटों की सूची और इनके मजबूतीकरण के लिए किए गए कार्यो की स्थिति की जानकारी ली. उन्होंने बाढ़ या जलभराव की आपातकालीन परिस्थितियों में डायवर्सन रोड बनाने और राहत स्थल बनाने के लिए आवश्यक संसाधनों का चिन्हांकन, बाढ़ के दौरान सुरक्षित मार्गो की सूचना व्यवस्था के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि वर्षा के दौरान विभिन्न बीमारियों, जीव-जन्तुओं के काटने की घटनाओं में वृद्धि होती है इसलिए पर्याप्त संख्या में दवाईयां और पैरामेडिकल स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए.

राहत और बचाव कार्य हेतु संसाधन तैयार रखने के निर्देश

बैठक में अपर कलेक्टर अनिल डामोर ने बाढ़ या जलभराव की स्थिति में होमगार्ड के पास उपलब्ध मोटरवोट्स, नाव, लाईफ जैकेट बाढ़ बचाव सामग्रियों को तैयार रखने के निर्देश दिए. साथ ही होमगार्ड के गोताखोर जवानों को तैयार रहने और स्थानीय स्तर पर गोताखोरों की सूची तैयार करने के भी निर्देश दिए. उन्होंने बारिश के दौरान विद्युत आपूर्ति में बाधा न हो, इसके लिए टहनियों की छटाई कराने के संबंध में मप्र विद्युत वितरण कम्पनी के अधिकारी को निर्देश दिए.

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