रायसेन। जिले के ग्राम पंचायत डाबरी पिपलिया कला में महिला सरपंच की जगह दबंगों का शासन चल रहा है और महिला सरपंच कुछ नहीं कर पा रहीं. महिला सरपंच के अशिक्षित होने का फायदा उठाते हुए पूर्व सरपंच का बेटा जबरन पंचायत का संचालन कर रहा है. पूरे मामले पर कोई कार्रवाई करने की बजाय अधिकारी आपनी आंखें मूंदे हुए हैं.
महिला सरपंच की जगह पूर्व सरपंच का दबंग बेटा चला रहा पंचायत, प्रशासन बेखबर
रायसेन जिले के डाबरी पिपरिया कला गांव में महिला सरपंच की जगह पूर्व सरपंच का दबंग बेटा जबरन पंचायत का संचालन कर रहा है, कार्रवाई करने की बजाए जिला प्रशासन के अधिकारी पूरे मामले से अपनी आंखे मूंदे हुए हैं.
ग्राम पंचायत डाबरी पिपरिया कला में सरपंच सचिव और रोजगार सहायक को दरकिनार रखते हुए स्थानीय दबंग सर्वेस खरे ने पूरी पंचायत को कार्यपालन अधिकारी अशोक कुमार उईके की मिलीभगत से अपने कब्जे में कर लिया हैं. हालात ये है कि सरपंच को ये भी नहीं मालूम कि पिछले 5 साल में कितनी बार पंचायत की बैठक की गई या उसने कभी किसी मस्टर रोल पर हस्ताक्षर किए हैं. जबकि कई बार विकाश कार्यों के लिए, लाखों रुपए की राशि निकाल ली गई.
पंचायत वासियों को यही पता है कि उनके रोजगार सहायक सर्वेश खरे हैं. जबकि हकीकत में सर्वेश खरे गांव का एक दबंग व्यक्ति है और इसके पिता पूर्व सरपंच हैं. 5 साल से डावरी पंचायत को चलाते हुए सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगा चुका है. कार्यपालन अधिकारी अशोक कुमार उईके का कहना है कि, मीडिया के माध्यम से उन्हें पूरे मामले की जानकारी मिली है. उन्होंने कहा कि यदि महिला सरपंच शिकायत करती हैं तो उस पर जरुर कार्रवाई की जाएगी.