नीमच।मन में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो मंजिल आसान हो जाती है नीमच में कुछ इसी तरह का जज्बा पुलिस भर्ती की कोचिंग लेने पहुंच रही बालिकाओं, महिलाओं में देखने को मिल रहा है. यहां चल रहे पुलिस प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहले घर की जिम्मेदारी फिर कुछ कर गुजरने की तमन्ना के लिए बालिका और महिला भाग ले रही है. खास बात यह है कि पूरे मध्यप्रदेश में मात्र नीमच में ही महिला बाल विकास विभाग व पुलिस व खेल विभाग संयुक्त रूप से नि:शुल्क इस तरह का प्रशिक्षण दे रहा है. इस प्रशिक्षण में ऐसी महिला व बालिका ने भाग लिया है जो बांछड़ा समुदाय की है, ये महिलाएं देह व्यापार से जुड़ी होती है वे कुरीतियों से दूर होकर समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के उद्देश्य ये प्रशिक्षण ले रही है. इस दौरान बांछड़ा समुदाय की 20 युवतियां कोचिंग ले रही है.
गरीब छात्रों को मिल रहा सबसे ज्यादा लाभ
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का सबसे ज्यादा लाभ उन गरीब बच्चों को मिल पा रहा है जो कि पैसे के अभाव में प्रतियोगिता परीक्षा में भाग नहीं ले पाते हैं. ऐसे कई विद्यार्थी प्रतिदिन नीमच में चल रही कोचिंग का लाभ ले रहे हैं, जिसमें बांछड़ा समुदाय की महिलाओं के साथ अजा-जजा विमुक्त व गरीब परिवारों के बालक-बालिकाओं को प्रतिदिन लिखित परीक्षा, फिजिकल ट्रेनिंग और रिटर्न आदि की तैयारी कराई जा रही है. पुलिस अधिकारियों का प्रयास है कि पुलिस के प्रशिक्षण कार्यक्रम में जितने भी युवा भाग ले रहे हैं. इसके लिए एक विशेष व्यक्ति प्रतिदिन 2 से 5:30 बजे तक विभिन्न सत्रों में तैयारी करवा रहे हैं, प्रशिक्षण कार्यक्रम में आने के लिए युवक-युवतियों को परिचय पत्र बनाया गया है, जिससे बस परिवहन में भी इनका किराया नहीं लगता है.
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