नीमच। मनासा तहसील के आस-पास के क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क न मिलने से सात हजार से ज्यादा उपभोक्ता परेशान हैं. जिसके चलते उपभोक्ताओं ने कलेक्टर से टावर लगवाने की मांग की है.उपभोक्ताओं ने मोबाइल टावर लगवाने के लिए लोगों ने जमीन तक फ्री में देने की बात कही है. लोगों का कहना है कि 'अगर मोबाइल नेटवर्क के लिए जहां भी जगह की जरूरत पड़ेगी, हम देने को तैयार हैं, इस नेटवर्क की समस्या से निजात दिलवाएं'.
मनासा से 25 किलोमीटर दूर गांव चपलाना ,मोखमपुरा ,प्रताप पूरा,खेड़ा ,केसरपुरा , बड़कुआं छोटा चपलाना ,सहित कई अन्य गांव के लोग मोबाइल नेटवर्क से परेशान हैं. इन गावों में आज की स्थिति में कोई भी मोबाइल कम्पनी का नेटवर्क नहीं मिलता है. जिसके चलते लोगों को या तो घरों की छतों पर या खेत पर जाना पड़ता है. डिजिटल युग में मोबाइल सब से बड़ी उपलब्धि है, पर इस समस्या के चलते बच्चे न ही ऑनलाइन पढाई कर पा रहे हैं और न ही लोग सही ढ़ंग से अपनों से बात कर पा रहे हैं. सभी गावों के कुल मिलाकर 7 हजार मोबाइल उपभोक्ता हैं.ग्रामीणों ने बताया के कई बार हमने कलेक्टर कार्यालय में मोबाइल नेटवर्क के लिए आवेदन दिया है, लेकिन अभी तक यहां मोबाइल टावर नहीं लगा है.
नेटवर्क न मिलने से सात हजार से ज्यादा उपभोक्ता परेशान, टावर लगवाने की मांग
नीमच के मनासा तहसील के आस-पास के कई गांवों में मोबाइल नेटवर्क नहीं होने से लोग परेशान है. ग्रामीणों ने कलेक्टर से मोबाइल टावर लगवाने की मांग की है.
वहीं ग्रामीणों ने कलेक्टर से ऑनलाइन आवेदन देते हुए मांग की है कि दोनों पंचायत में मोबाइल नेटवर्क बिल्कुल नहीं मिल रहा है, जबकि एक तरफ सरकार का कहना है कि इस महामारी में घर पर रहकर पढ़ाई करें. स्कूल से ऑनलाइन क्लासेस की बात की जा रही है और हमारे दोनों पंचायतों के चौराहे पर भी मोबाइल में सिग्नल नहीं मिलता है. तो ऐसे में ऑनलाइन क्लासेज कैसे लग पाएंगीं.मोबाइल से बात करने के लिए खेत पर जाना पड़ता है. ग्रामीणों ने कलेक्टर से इस समस्या को सुलझाने की मांग की है.